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एयर इंडिया और स्टारलक्स एयरलाइंस के बीच नई साझेदारी की घोषणा

एयर इंडिया ने ताइवान की स्टारलक्स एयरलाइंस के साथ एक नई इंटरलाइन साझेदारी की घोषणा की है, जो यात्रियों को एशिया में यात्रा के लिए नए विकल्प प्रदान करेगी। इस समझौते के तहत, यात्री एक ही टिकट पर दोनों एयरलाइनों की सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। एयर इंडिया के यात्री दक्षिण पूर्व एशिया के प्रमुख शहरों से ताइपे पहुंच सकेंगे, जबकि स्टारलक्स के ग्राहक भारत के प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ानें ले सकेंगे। इस साझेदारी से यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाया जाएगा।
 

नई इंटरलाइन पार्टनरशिप की जानकारी

नई दिल्ली - भारत की प्रमुख एयरलाइन एयर इंडिया ने ताइवान की स्टारलक्स एयरलाइंस के साथ एक नई इंटरलाइन साझेदारी की घोषणा की है। यह सहयोग एशिया में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक नया विकल्प प्रस्तुत करेगा।


इस समझौते के तहत, एयर इंडिया और स्टारलक्स की उड़ानों का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को एक ही टिकट बुक करनी होगी। एकल टिकट के माध्यम से, यात्री दोनों एयरलाइनों की सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे। एयर इंडिया के यात्री हांगकांग, बैंकॉक, सिंगापुर, हो ची मिन्ह सिटी और कुआलालंपुर जैसे दक्षिण पूर्व एशियाई शहरों से ताइपे पहुंचने में सक्षम होंगे।


इसी तरह, स्टारलक्स के ग्राहक हांगकांग, बैंकॉक, सिंगापुर, हो ची मिन्ह सिटी और कुआलालंपुर के माध्यम से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु के लिए सीधी उड़ानों का आनंद ले सकेंगे। एयर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी निपुण अग्रवाल ने कहा, 'हमें स्टारलक्स एयरलाइंस के साथ साझेदारी करने में खुशी है, जो ताइवान की एक फुल-सर्विस लक्जरी एयरलाइन है। यह समझौता एयर इंडिया की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम अपने यात्रियों को प्रीमियम अनुभव प्रदान करने के लिए हमेशा प्रयासरत हैं।'


ताइवान की स्टारलक्स एयरलाइंस एक बुटीक इंटरनेशनल एयरलाइन है, जो ताइवान से अमेरिका, जापान, मकाऊ, हांगकांग, वियतनाम, थाईलैंड, फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर तक 30 से अधिक मार्गों पर सेवाएं प्रदान करती है।


इस इंटरलाइन साझेदारी के तहत फ्लाइट्स की बुकिंग पहले से ही दुनिया भर के ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से उपलब्ध है। इसके अलावा, एयर इंडिया ने घोषणा की है कि इस नई साझेदारी के लिए बुकिंग जल्द ही उसकी आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर भी उपलब्ध होगी, जिससे यात्रियों को सुविधा होगी। दोनों एयरलाइनों के बीच सामान के ट्रांसफर में भी कोई समस्या नहीं आएगी और ठहराव के दौरान बैग की दोबारा चेकिंग कराने की आवश्यकता नहीं होगी।