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कैथल में 30 नई सड़कों का निर्माण, 15 करोड़ रुपये का हुआ खर्च

कैथल में 30 नई सड़कों का निर्माण पूरा हो गया है, जिसमें 15 करोड़ रुपये का खर्च आया है। यह नई सड़कें किसानों, व्यापारियों और छात्रों के लिए यात्रा को सुगम बनाएंगी। विभाग ने पहले से मौजूद 113 सड़कों की स्थिति में सुधार किया है और अगले चरण में अन्य ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने की योजना बनाई है। जानें किन क्षेत्रों को नए रास्ते मिले हैं और सड़क निर्माण की पूरी जानकारी।
 

कैथल में नई सड़कों का निर्माण

कैथल में नई सड़कों का निर्माण: 30 सड़कों का काम पूरा, 15 करोड़ रुपये का खर्च! अब कैथल में नई सड़कें गांवों और शहरों के बीच यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बना रही हैं। हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड ने जिले में 30 नई सड़कों का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिसके लिए ₹15 करोड़ की राशि खर्च की गई है।


इन सड़कों के निर्माण से किसानों के लिए मंडी तक पहुंचना आसान हो गया है, और व्यापारी भी अपने सामान के साथ शहर में आसानी से आ-जा सकते हैं। छात्रों को भी विद्यालयों और कॉलेजों तक पहुंचने में सुविधा मिली है।


बोर्ड के कार्यकारी अभियंता सतपाल गोपेरा ने बताया कि विभाग सड़क की स्थिति पर लगातार निगरानी रखता है और बारिश के मौसम में विशेष टीमें निरीक्षण करती हैं।


113 सड़कों की स्थिति में सुधार

113 सड़कों का सुधार, मरम्मत का दूसरा चरण शुरू


जिले में पहले से मौजूद 113 सड़कों की कुल लंबाई 309 किलोमीटर है, जिन्हें अब पूरी तरह से गड्ढा-मुक्त कर दिया गया है।


इसके साथ ही, विभाग ने 65 किलोमीटर लंबी सड़कों की मरम्मत की योजना बनाई है। इनमें से 40 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है और शेष पर तेजी से काम चल रहा है।


सड़कों की चौड़ाई 12 से 18 फीट रखी गई है ताकि भारी वाहन भी आसानी से चल सकें। विभाग ने पहले बनी 149 सड़कों की तीन साल की गारंटी दी है। यदि कोई सड़क टूटती है, तो संबंधित एजेंसी उसे मुफ्त में ठीक करेगी।


नए रास्तों का विवरण

कौन से क्षेत्रों को मिला नया रास्ता?


विभिन्न गांवों और क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों में चंदाना से जींद रोड बाइपास, बलबेहड़ा से बिच्छियां, अंगौंध से चाणचक, जड़ौला से गुमथला गढ़ू, पाई से पिलनी रोड, बालू से बढ़सिकरी, और खेड़ी गुलाम अली से अटैला जैसे रास्ते शामिल हैं।


विभाग की योजना है कि अगले चरण में अन्य ग्रामीण क्षेत्रों को भी बेहतर सड़कों से जोड़ा जाए, जिससे कैथल जिले का आधारभूत ढांचा और मजबूत हो सके।