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टेस्ला को अमेरिका के EV बाजार में नई चुनौतियों का सामना

टेस्ला, जो पहले अमेरिका के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार का प्रमुख खिलाड़ी था, अब गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट आई है, जबकि प्रतिस्पर्धी कंपनियां आक्रामक रणनीतियों के साथ ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नए मॉडल्स की कमी और एलन मस्क की राजनीतिक गतिविधियाँ कंपनी की छवि को प्रभावित कर रही हैं। क्या टेस्ला अपने मुख्य व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित कर पाएगा? जानें इस लेख में।
 

टेस्ला की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट

एलन मस्क की कंपनी टेस्ला अब अमेरिका के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में पहली बार गंभीर चुनौती का सामना कर रही है। पहले जहां टेस्ला को EV क्षेत्र का निर्विवाद नेता माना जाता था, वहीं अब नए और सस्ते विकल्पों की ओर उपभोक्ताओं का रुख बढ़ता जा रहा है। कोक्स ऑटोमोटिव के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में टेस्ला का बाजार हिस्सा 40% से नीचे गिर गया है।


बाजार हिस्सेदारी में कमी के कारण

कोक्स ऑटोमोटिव के डेटा के अनुसार, अगस्त 2025 में टेस्ला की हिस्सेदारी 38% रही, जबकि जुलाई में यह 42% थी। जून में कंपनी का हिस्सा 48.7% था, जिससे स्पष्ट होता है कि टेस्ला ने दो महीनों में 10% से अधिक बाजार हिस्सेदारी खो दी है। यह गिरावट तब आई है जब अन्य कंपनियों ने EV पर आकर्षक इंसेंटिव्स दिए और ग्राहकों को अपनी ओर खींचने में सफल रहीं। जुलाई में Ford की Mustang Mach-E और Volkswagen की ID.4 जैसी गाड़ियों ने उपभोक्ताओं को आकर्षित किया।


नए मॉडल की कमी और रणनीति पर सवाल

नए मॉडल की कमी और रणनीति पर सवाल

विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला की सबसे बड़ी चुनौती नए मॉडल्स की कमी है। कंपनी ने 2023 में साइबरट्रक लॉन्च किया, लेकिन यह Model 3 और Model Y जैसी सफलता नहीं प्राप्त कर सका। Model Y को रीफ्रेश किया गया, लेकिन यह उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा। इसके विपरीत, एलन मस्क ने कंपनी का ध्यान रोबोटैक्सी और ह्यूमनॉइड रोबोट की ओर मोड़ दिया है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ रही है कि टेस्ला अपने मुख्य ऑटोमोबाइल व्यवसाय से ध्यान हटा रही है।


प्रतिस्पर्धियों की आक्रामक रणनीति

प्रतिस्पर्धियों की आक्रामक रणनीति

Hyundai, Honda, Kia और Toyota जैसी कंपनियां EV खरीदारों को 60% से 120% तक की बिक्री वृद्धि के साथ आकर्षित कर रही हैं। Volkswagen ने जुलाई में अपनी EV बिक्री को 450% तक बढ़ा दिया। ग्राहक आकर्षक लीज़ ऑफर्स, जीरो डाउन पेमेंट और फ्री फास्ट-चार्जिंग जैसी सुविधाओं से प्रभावित हो रहे हैं। उदाहरण के लिए, सैन फ्रांसिस्को के टेक कर्मचारी टोपोजॉय बिस्वास ने Toyota Camry को छोड़कर Volkswagen ID.4 खरीदी, क्योंकि उसे एक आकर्षक लीज़ ऑफर मिला।


राजनीतिक और कारोबारी दबाव

राजनीतिक और कारोबारी दबाव

टेस्ला के ब्रांड को एलन मस्क की राजनीतिक गतिविधियों से भी नुकसान हुआ है। डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी निकटता और बाद में मतभेदों ने कंपनी की छवि को प्रभावित किया है। इसके अलावा, EV पर मिलने वाले 7,500 डॉलर के टैक्स क्रेडिट की अवधि समाप्त होने वाली है, जिससे सितंबर के बाद बिक्री में गिरावट की संभावना है। ऐसे में टेस्ला को या तो भारी डिस्काउंट देकर बाजार हिस्सेदारी बनाए रखनी होगी या फिर मुनाफे पर ध्यान केंद्रित करना होगा।


निवेशकों की चिंता और भविष्य की राह

निवेशकों की चिंता और भविष्य की राह

टेस्ला का मौजूदा ऑटोमोबाइल व्यवसाय अभी भी कंपनी का सबसे बड़ा राजस्व स्रोत है, लेकिन लगातार गिरती बिक्री और मुनाफे के मार्जिन पर दबाव ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। कंपनी के बोर्ड ने एलन मस्क के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर का पे पैकेज प्रस्तावित किया है, जो टेस्ला की वैल्यू को अगले दशक में 8.5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने से संबंधित है। हालांकि, वर्तमान परिदृश्य में यह लक्ष्य बेहद चुनौतीपूर्ण प्रतीत होता है।