ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार समझौते को 90 दिनों के लिए बढ़ाया
ट्रंप का चीन के प्रति नरम रुख
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चीन के साथ मौजूदा व्यापार समझौते की समय सीमा को 90 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। यह निर्णय उस समय लिया गया है जब दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव फिर से बढ़ने की आशंका जताई जा रही थी।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया: ट्रंप ने कहा कि उन्होंने चीन पर टैरिफ बढ़ाने से संबंधित एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं और सभी अन्य समझौतों के तत्व पहले की तरह रहेंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनके और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संबंध 'बहुत अच्छे' हैं और चीन 'अच्छे से व्यवहार कर रहा है।'
टैरिफ बढ़ाने की समय सीमा मंगलवार रात 12:01 बजे समाप्त होने वाली थी। यदि टैरिफ फिर से लागू होते, तो अमेरिका चीनी आयात पर 30% से अधिक शुल्क लगा सकता था, जिसके जवाब में बीजिंग भी अमेरिकी निर्यात पर भारी शुल्क लगा सकता था। ट्रंप के इस निर्णय से अब दोनों देशों को अपने मतभेद सुलझाने के लिए और समय मिल गया है।
अमेरिकी कंपनियों ने ट्रंप के इस फैसले का स्वागत किया है। अमेरिका-चीन व्यापार परिषद के अध्यक्ष सीन स्टीन ने कहा, 'यह 90 दिनों की टैरिफ छूट दोनों देशों की सरकारों को बातचीत का समय देगी। यह कदम व्यापारिक स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण है।'
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के इस नरम रुख से इस वर्ष के अंत तक ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच संभावित मुलाकात का रास्ता भी साफ हो गया है।
जून में, दोनों देशों ने कंप्यूटर चिप तकनीक, पेट्रोकेमिकल्स और दुर्लभ मृदा खनिजों जैसे क्षेत्रों में एक-दूसरे को बाजार पहुंच देने पर सहमति जताई थी। इससे पहले मई में, अमेरिका और चीन ने भारी शुल्कों को अस्थायी रूप से कम करके एक बड़े आर्थिक संकट को टाल दिया था।
मई में जिनेवा में हुई बैठक में दोनों पक्षों ने अपने उत्पादों पर लगे शुल्कों को क्रमशः अमेरिका के लिए 30% और चीन के लिए 10% तक सीमित कर दिया था, जबकि इससे पहले यह शुल्क 125% और 145% तक पहुंच चुके थे।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी 90 दिनों में क्या दोनों देश कोई स्थायी समझौता कर पाते हैं या फिर वैश्विक बाजारों को फिर से अनिश्चितता का सामना करना पड़ेगा।