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ड्रीम स्पोर्ट्स ने वित्तीय सेवाओं में कदम रखा, पेश किया 'ड्रीम मनी' ऐप

ड्रीम स्पोर्ट्स, जो गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 की मूल कंपनी है, ने वित्तीय सेवा क्षेत्र में कदम रखा है। कंपनी ने 'ड्रीम मनी' नामक एक नए ऐप का परीक्षण शुरू किया है, जो सोना खरीदने और सावधि जमा सेवाएँ प्रदान करेगा। इस ऐप के माध्यम से, ड्रीम स्पोर्ट्स वित्तीय सेवाओं में एक नई दिशा देने की योजना बना रही है। जानें इस ऐप की विशेषताओं और सरकार द्वारा ऑनलाइन मनी गेमिंग पर लगाए गए प्रतिबंधों के बारे में।
 

ड्रीम स्पोर्ट्स का नया वित्तीय ऐप

ड्रीम स्पोर्ट्स, जो गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 की मूल कंपनी है, अब वित्तीय सेवा क्षेत्र में कदम रखने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने 'ड्रीम मनी' नामक एक नए ऐप का परीक्षण शुरू किया है, जो ड्रीम सूट फाइनेंस ब्रांड के तहत कार्य करेगा। इस संबंध में जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार, ड्रीम स्पोर्ट्स भारत में पैसे पर आधारित ऑनलाइन गेमिंग की एक प्रमुख कंपनी है। हालाँकि, सरकार द्वारा सभी प्रकार के पैसे पर आधारित गेम्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद, ड्रीम11 को अपने सभी पैसे पर आधारित गेम्स बंद करने पड़े।


सूत्रों ने बताया कि 'ड्रीम मनी' पिछले कुछ महीनों से एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत चल रहा है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक इस प्लेटफॉर्म को आधिकारिक रूप से लॉन्च नहीं किया है। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह ऐप 10 रुपये प्रतिदिन से शुरू होने वाली सोना खरीद सेवाएँ और 1000 रुपये से शुरू होने वाली सावधि जमा (एफडी) सेवाएँ प्रदान करेगा। यह ऐप ड्रीम स्पोर्ट्स की सहायक कंपनी ड्रीमसूट द्वारा विकसित किया गया है।


ड्रीमसूट की वेबसाइट के अनुसार, यह जल्द ही 'निर्बाध वित्तीय सेवाएँ' प्रदान करने के लिए लॉन्च किया जाएगा। ड्रीम स्पोर्ट्स ने अपने ऑनलाइन मनी गेम्स को बंद कर दिया है, लेकिन स्पोर्ट्स एक्सपीरियंस और ट्रैवल प्लेटफॉर्म ड्रीम सेट गो, स्पोर्ट्स इवेंट टिकटिंग सेवा, बिजनेस प्लेटफॉर्म फैनकोड, स्पोर्ट्स डेवलपमेंट यूनिट ड्रीम गेम स्टूडियो और गैर-लाभकारी संगठन ड्रीम स्पोर्ट्स फाउंडेशन का संचालन जारी है।


हाल ही में, संसद ने राज्यसभा में एक विधेयक पारित किया है, जिसमें सभी प्रकार के मनी गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है। सरकार ने कहा है कि ऑनलाइन मनी गेमिंग एक गंभीर सामाजिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जिसका समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसके साथ ही, केंद्र सरकार ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, ताकि भारत को खेल विकास का वैश्विक केंद्र बनाया जा सके।