त्योहारों के मौसम में लोन पर मिल सकती है राहत, RBI की बैठक में हो सकती है दरों में कटौती
भारतीय रिज़र्व बैंक की आगामी बैठक में रेपो रेट में कटौती की संभावना है, जो त्योहारों के मौसम में लोन लेने वालों के लिए राहत का संकेत है। भारतीय स्टेट बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, यह कटौती लोन की मांग को बढ़ावा देगी और अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी। जानें इस कटौती के फायदे और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
Aug 3, 2025, 13:53 IST
त्योहारों के लिए लोन लेने का सही समय
भारतीय रिज़र्व बैंक त्योहारों के मौसम में लोन लेने की सोच रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर लेकर आ सकता है। भारतीय स्टेट बैंक की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 4 से 6 अगस्त के बीच होने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कमी की संभावना है।रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कटौती से त्योहारों के दौरान लोन की मांग में वृद्धि होगी, जिससे अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। इसे 'जल्दी दिवाली' के रूप में भी देखा जा रहा है। पिछले आंकड़ों के अनुसार, दिवाली से पहले रेपो रेट में कमी से कर्ज लेने वालों की संख्या में इजाफा होता है।
कम रेपो रेट के फायदे:
- रेपो रेट में कमी से रिज़र्व बैंक से उधार लेने की लागत घटती है, जिससे बैंक ग्राहकों को कम ब्याज दरों पर लोन दे सकते हैं।
- होम लोन की दरें सीधे रेपो रेट से जुड़ी होती हैं, इसलिए कमी से होम लोन सस्ता होगा और ईएमआई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- कार लोन और पर्सनल लोन पर भी ब्याज दरें कम हो सकती हैं।
- कम ब्याज दरों के कारण लोग घर और कार खरीदने के लिए लोन लेते हैं, जिससे बाजार में धन का प्रवाह बढ़ता है और आर्थिक विकास को बल मिलता है।
अब तक 2025 में RBI ने तीन बार रेपो रेट में कटौती की है। फरवरी और अप्रैल में 25-25 आधार अंकों की कटौती की गई थी, जबकि जून में 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती की गई थी, जिससे यह 6% से घटकर 5.50% हो गई थी। यदि अगस्त में एक और कटौती होती है, तो यह 5.25% तक आ सकती है, जो कर्ज लेने वालों के लिए राहत का संकेत है।