धनतेरस 2025: सोने और चांदी की खरीदारी में भारी उछाल
धनतेरस 2025: खरीदारी का उत्साह
धनतेरस 2025: इस वर्ष धनतेरस के मौके पर शनिवार को मुंबई के प्रसिद्ध झवेरी बाजार में ग्राहकों की भारी भीड़ देखी गई। इस बार ग्राहकों का रुझान आभूषणों की बजाय सोने और चांदी के सिक्कों तथा गोल्ड बार की ओर अधिक रहा। बाजार में लगभग 36 टन सोने की बिक्री हुई, जबकि देर रात तक यह आंकड़ा 40 से 45 टन तक पहुंचने की उम्मीद है।
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट
धनतेरस से एक दिन पहले सोने की कीमत 1,36,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो शनिवार को 5,000 रुपये की कमी के बाद 1,31,425 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। चांदी की कीमत भी 157,590 रुपये प्रति किलोग्राम रही। कीमतों में गिरावट ने उपभोक्ताओं में उत्साह पैदा किया, जिससे सुबह से ही बाजारों में भीड़ बढ़ गई।
50,000 करोड़ रुपये का कारोबार
देशभर में सोने-चांदी की खरीदारी के चलते इस बार धनतेरस पर लगभग 50,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है। सिक्कों और गोल्ड बार की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी गई, जबकि पारंपरिक सोने के आभूषणों की बिक्री में कमी आई है।
सिक्कों और बार की बिक्री में वृद्धि
बाजार में दो ग्राम से लेकर सौ ग्राम तक के सोने के सिक्कों की बिक्री हुई। ग्राहकों ने ज्वेलरी की जगह निवेश के रूप में सिक्के और बार खरीदने में अधिक रुचि दिखाई। शाम तक सोने की बिक्री 35 टन तक पहुंच गई थी।
पिछले साल की तुलना में बिक्री में कमी
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र मेहता के अनुसार, पिछले वर्ष धनतेरस पर लगभग 39 टन सोने की बिक्री हुई थी, जबकि इस बार बिक्री में लगभग 10 प्रतिशत की कमी का अनुमान है। सोने के उच्चतम भाव के कारण आभूषणों की बिक्री में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकती है।
खरीदारी का सिलसिला सुबह से जारी
बाजार में खरीदारी का दौर सुबह 9 बजे से शुरू हुआ और देर रात तक जारी रहने की संभावना है। कई ज्वेलर्स के अनुसार, लोगों ने इस बार पारंपरिक गहनों के बजाय छोटे वजन के सोने-चांदी के सिक्कों में निवेश को प्राथमिकता दी।