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नए साल की पूर्व संध्या पर गिग वर्कर्स की हड़ताल की तैयारी

नए साल के जश्न की तैयारी के बीच, गिग वर्कर्स की हड़ताल से फूड डिलीवरी सेवाओं में रुकावट की संभावना बढ़ गई है। ज़ोमैटो और स्विगी जैसे प्लेटफार्म अपने डिलीवरी पार्टनर्स को अतिरिक्त प्रोत्साहन दे रहे हैं। जानें इस हड़ताल के पीछे की वजहें और कंपनियों के प्रयास।
 

नई दिल्ली में नए साल का जश्न


नई दिल्ली: दुनिया भर में लोग नए साल के जश्न में डूबे हुए हैं। हर किसी के पास नए साल के लिए अलग-अलग योजनाएं हैं; कुछ पार्टी का आयोजन कर रहे हैं, जबकि अन्य खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे हैं। इस सबके लिए लोग फूड डिलीवरी और त्वरित वाणिज्य ऐप्स पर निर्भर हैं।


फूड डिलीवरी सेवाओं में रुकावट से बचने के प्रयास

नए साल की पूर्व संध्या पर फूड डिलीवरी सेवाओं में किसी भी प्रकार की रुकावट से बचने के लिए ज़ोमैटो और स्विगी जैसे प्रमुख प्लेटफार्म अपने डिलीवरी पार्टनर्स को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान कर रहे हैं। यह कदम तब उठाया गया है जब गिग वर्कर्स यूनियनों ने बेहतर वेतन और कार्य स्थितियों की मांग को लेकर एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।


हड़ताल का ऐलान और लाखों वर्कर्स की भागीदारी

तेलंगाना गिग एंड प्लेटफॉर्म वर्कर्स यूनियन (TGPWU) और इंडियन फेडरेशन ऑफ ऐप-बेस्ड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स (IFAT) का कहना है कि देशभर में बड़ी संख्या में गिग वर्कर्स इस हड़ताल में शामिल होंगे। यूनियनों के अनुसार, बेहतर भुगतान, सुरक्षित कार्य वातावरण और सम्मानजनक व्यवहार उनकी प्रमुख मांगें हैं।


यदि हड़ताल सफल होती है, तो ज़ोमैटो, स्विगी, ब्लिंकइट, इंस्टामार्ट और ज़ेप्टो जैसी फूड डिलीवरी और त्वरित वाणिज्य कंपनियों की सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, खासकर नए साल की रात जब ऑर्डर की मांग अधिक होती है।


ज़ोमैटो का प्रोत्साहन प्रस्ताव

रिपोर्टों के अनुसार, ज़ोमैटो ने 31 दिसंबर की शाम 6 बजे से रात 12 बजे तक के व्यस्त समय में डिलीवरी पार्टनर्स को प्रति ऑर्डर 120 से 150 रुपये तक का प्रोत्साहन देने की पेशकश की है। इसके अलावा, पूरे दिन में 3,000 रुपये तक कमाई का वादा भी किया गया है।


कंपनी ने इस दौरान ऑर्डर रद्द करने या अस्वीकार करने पर लगने वाले जुर्माने को अस्थायी रूप से माफ करने का भी निर्णय लिया है।


स्विगी का बढ़ा हुआ प्रोत्साहन

ज़ोमैटो के बाद, स्विगी ने भी साल के अंत में प्रोत्साहन राशि बढ़ा दी है। जानकारी के अनुसार, स्विगी 31 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच डिलीवरी पार्टनर्स को 10,000 रुपये तक कमाई का अवसर देने का प्रचार कर रहा है।


विशेष रूप से शाम 6 बजे से रात 12 बजे तक के छह घंटों के लिए 2,000 रुपये तक की पीक-ऑवर कमाई का ऑफर दिया गया है, ताकि इस व्यस्त समय में पर्याप्त डिलीवरी कर्मचारी उपलब्ध रहें।


यूनियनों का आरोप और भविष्य की योजना

यूनियनों का कहना है कि 25 दिसंबर को हुई पिछली हड़ताल में हजारों डिलीवरी कर्मचारियों ने ऐप से लॉग आउट किया था। उनका दावा है कि उस कार्रवाई के बावजूद कंपनियों ने न तो भुगतान में कटौती वापस ली और न ही सुरक्षा या कार्य घंटों को लेकर कोई ठोस बातचीत की।


इसी कारण 31 दिसंबर 2025 को इस व्यापक हड़ताल का ऐलान किया गया है। गिग एंड प्लेटफॉर्म सर्विस वर्कर्स यूनियन ने सभी गिग और ऐप-बेस्ड वर्कर्स से अपील की है कि वे इस दिन सभी काम से जुड़े ऐप बंद रखें और सेवाएं न दें।