नवरात्रि पर जीएसटी में कटौती: उपभोक्ताओं को मिली बड़ी राहत
सरकार का उपभोक्ताओं के लिए बड़ा तोहफा
Business News: नवरात्रि के आगाज़ के साथ, सरकार ने उपभोक्ताओं को एक महत्वपूर्ण राहत प्रदान की है। 22 सितंबर से 375 वस्तुओं पर नई जीएसटी दरें लागू की गई हैं, जिनमें ऑटोमोबाइल, मोबाइल फोन और टीवी जैसी चीज़ें शामिल हैं। अब रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तुएं भी पहले से सस्ती मिलेंगी। यह निर्णय त्योहारों के मौसम में उपभोक्ताओं के लिए एक सुखद समाचार माना जा रहा है।
जीएसटी परिषद का निर्णय
4 सितंबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने इस सुधार को मंजूरी दी थी। सरकार का मानना है कि इससे महंगाई पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी और उपभोक्ता खर्च में वृद्धि होगी। त्योहारों के दौरान खरीदारी का माहौल भी बेहतर होगा। सरकार ने दावा किया है कि इन सुधारों से बाजार में नई रौनक लौटेगी।
व्यापारियों को मिलेगा सहारा
ईटानगर में पीएम नरेंद्र मोदी ने व्यापारियों और दुकानदारों से सीधी बातचीत की। उन्होंने कहा कि 'मेड इन इंडिया' उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दें ताकि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। मोदी ने आश्वासन दिया कि जीएसटी में सुधार से छोटे व्यापारियों को सबसे अधिक लाभ होगा। यह अपील देशी सामान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत
नई दरों के लागू होने से टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन जैसे घरेलू सामान की कीमतें कम होंगी। कार और बाइक खरीदना भी अब सस्ता हो गया है। त्योहारों के दौरान खरीदारी करने वालों पर वित्तीय बोझ कम होगा। सरकार का मानना है कि जीएसटी में कटौती से आम जनता की जिंदगी आसान होगी।
बाजार में बढ़ेगी खरीदारी
त्योहारों के मौसम में यह कदम बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो सकता है। कम कीमतों के कारण ग्राहक अधिक खरीदारी करेंगे, जिससे दुकानदारों को भी अधिक लाभ होगा। सरकार को विश्वास है कि इससे जीडीपी में भी सुधार होगा।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने इस निर्णय को देर से लिया गया बताया है। उनका कहना है कि यदि सरकार पहले जीएसटी में कटौती करती, तो महंगाई का बोझ कम हो सकता था। फिर भी, आम जनता इस राहत को एक उपहार के रूप में देख रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका चुनावों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
'मेड इन इंडिया' पर जोर
पीएम मोदी ने दुकानदारों से विशेष अपील की कि वे विदेशी सामान के बजाय भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि जब लोग देशी सामान खरीदेंगे, तो लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा। व्यापारियों ने मोदी की इस अपील का समर्थन किया है, और अब त्योहारों के दौरान 'मेड इन इंडिया' सामान की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।