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पानीपत में प्रदूषण का स्तर बढ़ा, एक्यूआई 250 के करीब

पानीपत में दिवाली के बाद से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 250 से 300 के बीच बना हुआ है। हाल ही में एक्यूआई में सुधार देखा गया, लेकिन कूड़ा जलाने की घटनाएं जारी हैं, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने चाहिए। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

पानीपत में प्रदूषण की स्थिति

पानीपत (Panipat weather): दिवाली के बाद से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 250 से 300 के बीच बना हुआ है। सोमवार को एक्यूआई में सुधार देखा गया, जो 137 पर पहुंच गया। शनिवार और रविवार को एक्यूआई मापक यंत्र बंद होने के कारण सोमवार को यह सुचारु रूप से कार्य करने लगा, जिससे प्रदूषण के स्तर का सही आंकड़ा प्राप्त हुआ।


दिल्ली में ग्रैप-3 के बावजूद प्रदूषण में वृद्धि

दिल्ली में ग्रैप-3 लागू होने के बावजूद, एक्यूआई में लगातार वृद्धि हो रही है। शाम होते ही कूड़ा जलाने की घटनाएं जारी हैं, जिससे आंखों में जलन की शिकायतें बढ़ रही हैं।


एक्यूआई में सुधार की उम्मीद

पानीपत में एक्यूआई 250 के आस-पास


इस महीने अब तक तीन बार एक्यूआई मापक यंत्र बंद रहा, लेकिन सोमवार को यह सही तरीके से कार्य करने लगा। रविवार को एक्यूआई 250 के आसपास था, जबकि सोमवार को यह 137 पर आ गया।


कुलदीप सिंह, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ ने बताया कि दिल्ली में ग्रैप-3 लागू होने के बावजूद लोग कूड़ा जलाना नहीं छोड़ रहे हैं, जिससे एक्यूआई में वृद्धि हो रही है। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए ताकि स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव से बचा जा सके।


कूड़ा जलाने से बढ़ता प्रदूषण

कूड़ा जलाने से बढ़ रहा प्रदूषण


शाम होते ही शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पराली और कूड़ा जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे एक्यूआई में वृद्धि हो रही है। सुबह और शाम के समय धुएं के कारण आंखों में जलन और सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि हो रही है।


एक्यूआई में वृद्धि के कारण निजी और जिला नागरिक अस्पतालों में आंखों में जलन, लालीपन, खुजली, और सांस संबंधी बीमारियों जैसे अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सक लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वे घर से बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करें और आंखों को दिन में कई बार ताजे पानी से धोएं।