फिच रेटिंग्स ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाया
भारत की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है, जब ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष (2025-26) के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया है। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि फिच पहली ऐसी एजेंसी है जिसने इस वर्ष भारत की विकास दर का अनुमान बढ़ाया है, जबकि अन्य कई एजेंसियों ने व्यापार और टैरिफ की अनिश्चितताओं के कारण इसे घटाया था।फिच ने अपने 'ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक' में बताया कि जून तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में मजबूत वृद्धि और घरेलू मांग ने इस विश्वास को बढ़ाया है। इस तिमाही में भारत की असली जीडीपी वृद्धि 7.8% रही, जो पिछले अनुमान 6.7% से कहीं बेहतर है।
हालांकि, फिच ने अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव को लेकर चिंता भी व्यक्त की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि अमेरिका भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाता है, तो यह व्यापारिक संबंधों में अनिश्चितता पैदा कर सकता है।
फिच ने यह भी कहा कि 22 सितंबर से लागू होने वाले जीएसटी सुधारों से ग्राहकों के खर्च में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है।
आगे की बात करें तो फिच का मानना है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) में वृद्धि की गति थोड़ी धीमी हो सकती है। अगले वित्त वर्ष (2026-27) के लिए भारत की विकास दर 6.3% और 2027-28 के लिए 6.2% रहने का अनुमान है।