फोर्ड ने भारत में उत्पादन फिर से शुरू करने की योजना बनाई
फोर्ड ने भारत में अपने चेन्नई संयंत्र में उत्पादन फिर से शुरू करने की योजना बनाई है, जिसमें ₹3,250 करोड़ का निवेश किया जाएगा। इस कदम से 600 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। 2021 में संयंत्र बंद होने के बाद, फोर्ड ने राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह निर्णय तमिलनाडु को एक प्रमुख ऑटोमोबाइल हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा और भारतीय ऑटो उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
Oct 31, 2025, 23:44 IST
फोर्ड का चेन्नई प्लांट फिर से शुरू होगा
फोर्ड, एक प्रमुख अमेरिकी ऑटो निर्माता, ने भारत में अपने निर्माण कार्य को पुनः आरंभ करने का निर्णय लिया है। कंपनी जल्द ही चेन्नई में स्थित अपने मारेमलई नगर संयंत्र में उत्पादन प्रक्रिया को फिर से शुरू करने जा रही है, जहां नई पीढ़ी के इंजन का निर्माण किया जाएगा।
हालिया जानकारी के अनुसार, फोर्ड ने इस परियोजना के लिए प्रारंभिक निवेश के रूप में ₹3,250 करोड़ का आवंटन करने की घोषणा की है। इस निवेश से 600 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
यह ध्यान देने योग्य है कि फोर्ड ने 2021 में अपने चेन्नई संयंत्र का संचालन बंद कर दिया था। हालांकि, सितंबर 2024 में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के अमेरिका दौरे के दौरान, कंपनी ने राज्य सरकार को एक Letter of Intent (LOI) सौंपकर उत्पादन फिर से शुरू करने की इच्छा व्यक्त की थी।
अब, उस पहल को आगे बढ़ाते हुए, फोर्ड और तमिलनाडु सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते में यह तय किया गया है कि भारत को फोर्ड की वैश्विक Ford+ योजना के तहत एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
वर्तमान योजना के अनुसार, इस वर्ष के अंत तक परियोजना का कार्य आरंभ होने की उम्मीद है। इसके बाद, चेन्नई संयंत्र की वार्षिक उत्पादन क्षमता 2,35,000 इंजन तक बढ़ाई जाएगी, और 2029 तक उत्पादन शुरू होने का अनुमान है।
फोर्ड मोटर कंपनी के इंटरनेशनल मार्केट्स ग्रुप के अध्यक्ष जेफ मारेन्टिक ने कहा कि “हम चेन्नई संयंत्र की भूमिका को लेकर उत्साहित हैं और तमिलनाडु सरकार के सहयोग के लिए आभारी हैं। यह निर्णय भारत की विनिर्माण क्षमता में हमारे विश्वास को और मजबूत करता है।” वहीं, तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टी. आर. बी. राजा ने कहा कि फोर्ड का चेन्नई में फिर से निर्माण कार्य शुरू करने का निर्णय राज्य के ऑटोमोबाइल सेक्टर को नई ऊर्जा देगा।
उन्होंने कहा, “यह न केवल फोर्ड संयंत्र में उत्पादन की वापसी है, बल्कि राज्य के ऑटोमोटिव उद्योग के भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम भी है। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तरह से फोर्ड के संचालन में सहयोग करेगी।”
इस कदम के साथ, तमिलनाडु एक बार फिर भारत के प्रमुख ऑटोमोबाइल हब के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करता नजर आ रहा है। उद्योग जगत का मानना है कि यह निवेश राज्य के आर्थिक परिदृश्य और रोजगार सृजन दोनों के लिए सकारात्मक साबित होगा।
फोर्ड की यह वापसी भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक बड़े भरोसे के संकेत के रूप में देखी जा रही है, जो देश के विनिर्माण क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकती है।