×

भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर पीएम मोदी का प्रभावी संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर अपने हालिया संबोधन में स्पष्ट किया कि भारत किसी भी दबाव में नहीं झुकेगा। उन्होंने किसानों और मछुआरों के हितों की रक्षा करने का आश्वासन दिया और आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया। जानें इस संबोधन का व्यापार संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
 

व्यापार समझौते में चल रही खींचतान


भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर चल रही है आपसी खींचतान।


अप्रैल में अमेरिका ने विश्व के लगभग 65 देशों के खिलाफ नई टैरिफ दरों की घोषणा की थी, जिसमें भारत के प्रति उसका रुख अपेक्षाकृत नरम था। लेकिन कुछ महीनों बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 31 जुलाई को भारत पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की।


इसके बाद, 6 अगस्त को अमेरिका ने भारत पर टैरिफ दरों को और बढ़ा दिया। इस बीच, दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है, और भारत को उम्मीद है कि इससे सकारात्मक परिणाम निकलेंगे। स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने बिना नाम लिए ट्रंप को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत किसी दबाव में नहीं झुकेगा।


पीएम मोदी का संबोधन

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अमेरिका को स्पष्ट संदेश दिया कि वे देश के किसी वर्ग के हितों की अनदेखी करके किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आत्मसम्मान की सबसे बड़ी कसौटी आत्मनिर्भरता है। आत्मनिर्भर भारत ही विकसित भारत का आधार है।


उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को यह भी बताया कि भारत टैरिफ को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। पीएम मोदी ने किसानों और मछुआरों के हितों की रक्षा करने का आश्वासन दिया और कहा कि वे किसी भी गलत नीति से उन्हें बचाने के लिए खड़े रहेंगे।


किसान, पशुपालक और मछुआरे भारत की प्राथमिकता हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी नीति जो उनके हितों को खतरे में डालती है, उसके खिलाफ वे दीवार बनकर खड़े रहेंगे।


आत्मनिर्भरता का महत्व

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आत्मनिर्भरता का संबंध केवल आयात और निर्यात से नहीं है, बल्कि यह हमारे सामर्थ्य से जुड़ा है। इसलिए, सामर्थ्य को बनाए रखना और बढ़ाना बहुत आवश्यक है।