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भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की वार्ताएँ तेज़

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की वार्ताएँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने हाल ही में सकारात्मक चर्चा की जानकारी दी है। 22 सितंबर को एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका का दौरा करेगा, जिसका उद्देश्य व्यापार समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देना है। इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिससे द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि की संभावना है। जानें इस महत्वपूर्ण वार्ता के बारे में और क्या संभावनाएँ बन रही हैं।
 

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति


भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर वार्ताएँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बताया कि 16 सितंबर 2025 को अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय की टीम के साथ सकारात्मक चर्चा हुई। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया और यह निर्णय लिया गया कि समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देने के लिए प्रयास तेज किए जाएंगे।



इसके तहत, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल 22 सितंबर 2025 को अमेरिका का दौरा करेगा। मंत्रालय ने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य पूर्व में हुई चर्चाओं को आगे बढ़ाना और दोनों देशों के लिए लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देने की दिशा में ठोस प्रगति करना है। इस दौरे के दौरान निवेश, निर्यात में वृद्धि, डिजिटल व्यापार, कृषि उत्पादों की पहुंच और बौद्धिक संपदा अधिकार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।


इसके अलावा, दोनों पक्ष उन बाधाओं पर भी चर्चा करेंगे जो अब तक समझौते को आगे बढ़ाने में रुकावट बनी हैं। यदि यह समझौता जल्द ही संपन्न होता है, तो यह भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। इससे भारतीय उद्योगों और अमेरिकी कंपनियों को नए अवसर मिलेंगे और द्विपक्षीय व्यापार में कई गुना वृद्धि की संभावना है। यह यात्रा भारत के लिए एक रणनीतिक कदम है, जिसके तहत सरकार वैश्विक साझेदारियों को मजबूत कर 'विकसित भारत' के विजन को आगे बढ़ाना चाहती है।