भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर सहमति की ओर कदम
जल्द होंगे समझौते पर हस्ताक्षर
ट्रंप ने 9 जुलाई तक दी थी टैरिफ में ढील
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर सहमति बन गई है, जो कई दौर की वार्ता के बाद संभव हो पाया है। यह समझौता तब गति पकड़ा जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी में ट्रंप को अमेरिका में राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी थी। दोनों नेताओं ने व्यापार समझौते की महत्वता पर जोर देते हुए इसे जल्द लागू करने की बात की थी। इसके बाद, 2 अप्रैल को ट्रंप ने भारत समेत कई देशों पर नई टैरिफ दरें लागू की थीं, जिसे 9 अप्रैल को तीन महीने के लिए स्थगित कर दिया गया था.
आठ जुलाई को कर सकते हैं दोनों देश हस्ताक्षर
समझौते का औपचारिक एलान ट्रंप की समयसीमा से एक दिन पहले, यानी आठ जुलाई को होने की संभावना है। इस समझौते के लिए भारत का एक दल, जिसका नेतृत्व मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल कर रहे हैं, वॉशिंगटन में मौजूद है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ को निलंबित करने की समयसीमा 9 जुलाई को समाप्त हो रही है, जिससे दुनियाभर के देशों में चिंता बढ़ गई है.
ट्रंप ने विश्व के देशों को चेताया था
ट्रंप ने कहा था कि 9 जुलाई के बाद वैश्विक टैरिफ में राहत नहीं मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि वह अधिकांश देशों पर टैरिफ में 90 दिनों की रोक को बढ़ाने की योजना नहीं बना रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका समय सीमा समाप्त होने से पहले देशों को पत्र भेजेगा, जिसमें लिखा होगा कि उन्हें अमेरिका में खरीदारी करने की अनुमति दी जा रही है, लेकिन इसके लिए उन्हें 25, 35, 50 या 10 प्रतिशत टैरिफ देना होगा। उन्होंने कहा, 'हम देखेंगे कौन-सा देश हमें अच्छा या बुरा ट्रीट करता है। कुछ देशों से हमें फर्क नहीं पड़ता, उन्हें बस ज्यादा टैक्स देना होगा।'