भारत और कनाडा के बीच व्यापारिक संबंधों में नई ऊंचाई
भारत और कनाडा की आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में कदम
भारत और कनाडा ने द्विपक्षीय व्यापार को नई ऊंचाई पर ले जाने का किया संकल्प
भारत और कनाडा ने हाल ही में द्विपक्षीय व्यापार को और मजबूत करने पर सहमति जताई है। यह निर्णय व्यापार और निवेश (एमडीटीआई) पर आयोजित 7वीं मंत्रिस्तरीय वार्ता के दौरान लिया गया। इस बैठक में दोनों देशों के बीच निवेश में वृद्धि का उल्लेख किया गया, जो भारत में कनाडा के संस्थागत निवेश और कनाडा में भारतीय कंपनियों की बढ़ती उपस्थिति से स्पष्ट होता है। इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में हजारों नई नौकरियों का सृजन हुआ है। मंत्रियों ने सहयोग के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की, जिसमें महत्वपूर्ण खनिजों और स्वच्छ ऊर्जा में दीर्घकालिक साझेदारी शामिल है।
एयरोस्पेस और प्रौद्योगिकी में सहयोग को बढ़ावा
बैठक में एयरोस्पेस और दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया, ताकि भारत में कनाडा के परिचालनों और भारतीय विमानन बाजार के विकास का लाभ उठाया जा सके। इस वार्ता में भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और कनाडा के निर्यात संवर्धन मंत्री मनिंदर सिद्धू शामिल हुए।
सिद्धू का भारत दौरा दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के निर्देशों के अनुरूप था, जिसमें हाल ही में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी थी। यह संवाद 13 अक्टूबर को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों द्वारा जारी संयुक्त बयान पर आधारित था, जिसमें भारत-कनाडा आर्थिक संबंधों की नींव के रूप में व्यापार को रेखांकित किया गया था।
पिछले वर्ष का व्यापार आंकड़ा
बैठक में दोनों मंत्रियों ने तेजी से बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार पर संतोष व्यक्त किया। 2024 में भारत और कनाडा के बीच कुल व्यापार 23.66 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें 8.98 अरब डॉलर का माल व्यापार शामिल है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। दोनों पक्षों ने निवेश, सप्लाई चेन और रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।