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भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौता जल्द ही

भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर जल्द ही हस्ताक्षर होने की संभावना है। यूरोपीय परिषद ने 'न्यू स्ट्रैटेजिक ईयू-इंडिया एजेंडा' को मंजूरी दी है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को नई गति मिलेगी। इस समझौते में सुरक्षा और रक्षा सहयोग पर भी ध्यान दिया जाएगा। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
 

यूरोपीय आयोग ने दी सकारात्मक मंजूरी


भारत अपने व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। वर्तमान में, भारत कई प्रमुख देशों के साथ व्यापार समझौतों पर अंतिम चरण की बातचीत कर रहा है। इनमें से एक महत्वपूर्ण वार्ता भारत और यूरोपीय संघ के बीच चल रही थी, जिसे अब यूरोपीय परिषद ने अपनी मंजूरी दे दी है। उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक दोनों पक्ष मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर कर लेंगे।


यूरोपीय परिषद ने एजेंडे को दी हरी झंडी

यूरोपीय परिषद ने हाल ही में 'न्यू स्ट्रैटेजिक ईयू-इंडिया एजेंडा' को मंजूरी दी है। इस पहल को सकारात्मक बताते हुए परिषद ने कहा कि इससे भारत और यूरोपीय संघ के बीच संबंधों को नई गति मिलेगी। परिषद ने यह भी कहा कि एफटीए को संतुलित, महत्वाकांक्षी और परस्पर लाभकारी होना चाहिए। इसके साथ ही, बाजार तक पहुंच बढ़ाने और व्यापार बाधाओं को समाप्त करने के लिए प्रावधानों को शामिल किया जाना चाहिए।


सुरक्षा और रक्षा सहयोग पर ध्यान

परिषद के बयान में सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग को महत्वपूर्ण बताया गया है। बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य में, भारत और ईयू के बीच आपसी विश्वास और सम्मान पर आधारित रक्षा सहयोग की आवश्यकता है। दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा एवं रक्षा साझेदारी और रक्षा उद्योग सहयोग पर सहमति बनने की संभावना है। रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में, यूरोपीय परिषद ने कहा कि ईयू इस मुद्दे पर भारत के साथ संवाद जारी रखेगा।