भारत का अमेरिका से ऊर्जा आयात: कच्चे तेल में 51% की वृद्धि, क्या है इसका मतलब?
भारत का रूस से तेल आयात जारी
हाल ही में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह दावा किया कि भारत रूस से तेल आयात को रोकने पर विचार कर रहा है, जिसे उन्होंने एक सकारात्मक कदम बताया। लेकिन भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि रूस से कच्चे तेल का आयात जारी रहेगा, और यह निर्णय देश की ऊर्जा आवश्यकताओं के अनुसार लिया गया है।
भारत और अमेरिका के बीच ऊर्जा व्यापार में वृद्धि
इस बीच, भारत और अमेरिका के बीच ऊर्जा व्यापार पर एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट सामने आई है, जो दर्शाती है कि भारत ने हाल के महीनों में अमेरिका से ऊर्जा आयात में उल्लेखनीय वृद्धि की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम द्विपक्षीय व्यापार संतुलन को मजबूत करने की दिशा में है।
कच्चे तेल के आयात में 51% की वृद्धि
कच्चे तेल के आयात में 51% की वृद्धि
एक रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से जून 2025 के बीच भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल का आयात 51 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। यह वृद्धि तब हुई जब फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच उच्च स्तरीय बातचीत हुई थी। इसी समय भारत ने अमेरिकी ऊर्जा आयात को 15 अरब डॉलर से बढ़ाकर 25 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा था।
FY 2025-26 की पहली तिमाही में 114% की वृद्धि
FY 2025-26 की पहली तिमाही में 114% की वृद्धि
आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में भारत का अमेरिका से कच्चे तेल का आयात 114% बढ़कर 3.7 अरब डॉलर हो गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 1.73 अरब डॉलर था। जुलाई 2025 में यह रफ्तार और तेज हो गई जब जून की तुलना में तेल आयात में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
एलपीजी और एलएनजी में भी उछाल
एलपीजी और एलएनजी में भी उछाल
केवल कच्चे तेल ही नहीं, बल्कि तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (LPG) और तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) के आयात में भी भारी वृद्धि देखी गई है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत ने अमेरिका से 2.46 अरब डॉलर की एलएनजी खरीदी, जो पिछले साल के 1.41 अरब डॉलर की तुलना में लगभग दोगुना है।
भारत-अमेरिका ऊर्जा व्यापार की रणनीतिक साझेदारी
भारत और अमेरिका के बढ़ते ऊर्जा व्यापार को दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के रूप में देखा जा रहा है। भारत के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में कहा कि वैश्विक अस्थिरता के बावजूद, भारत-अमेरिका संबंध और मजबूत होते रहेंगे।