भारत का निर्यात ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचा: वित्त मंत्री का बयान
भारत की निर्यात वृद्धि
वित्त मंत्री ने दी जानकारी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारत तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं और टैरिफ विवादों के बावजूद, देश ने निर्यात को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। वित्त वर्ष 2025 में, वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात 825 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने वैश्विक निर्यात में 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जबकि भारतीय निर्यात में 6.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
नीतियों का प्रभाव
वित्त मंत्रालय का योगदान
वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू ने कहा कि भारत की विकास संभावनाएं उज्ज्वल हैं, जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था भू-राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रही है। उन्होंने फार्मास्यूटिकल्स और रत्न एवं आभूषण क्षेत्रों में निर्यात में लचीलापन की बात की। वित्त मंत्रालय नीति और वित्तीय सहायता के माध्यम से निर्यात को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
एफटीए पर प्रगति
अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ समझौता
वित्त मंत्री ने बताया कि अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है। भारत ने पहले ही संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और चार देशों के ईएफटीए ब्लॉक के साथ एफटीए पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हाल ही में 2.294 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है, जिससे यह 698.95 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। यह लगातार दूसरे सप्ताह में वृद्धि है। सितंबर 2024 में, यह 704.885 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।