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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.88 अरब डॉलर घटा

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार हाल ही में 1.88 अरब डॉलर घटकर 686 अरब डॉलर हो गया है, जो लगातार दूसरे सप्ताह की गिरावट है। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा संपत्ति में भी कमी आई है, जबकि सोने के भंडार में वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर खाद्य कीमतों में गिरावट और महंगाई में कमी के संकेत भी मिले हैं। इस लेख में जानें इन घटनाओं के पीछे के कारण और उनके संभावित प्रभाव।
 

आरबीआई द्वारा जारी आंकड़े


आरबीआई ने जारी किए आंकड़े, 686 अरब डॉलर हुआ विदेशी मुद्रा भंडार


वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और शेयर बाजार में गिरावट के कारण विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से मुद्रा निकासी की है। इसके परिणामस्वरूप, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार दूसरे सप्ताह घटा है। आरबीआई ने इस संबंध में आंकड़े प्रस्तुत किए हैं।


28 नवंबर को समाप्त सप्ताह में, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 1.88 अरब डॉलर की कमी आई है, जिससे यह 686 अरब डॉलर रह गया है। इससे पहले, 21 नवंबर को समाप्त सप्ताह में भी 4.4 अरब डॉलर की गिरावट आई थी, जिससे यह 688 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।


एफसीए में गिरावट

एफसीए में भी आई 3.5 अरब डॉलर की गिरावट


आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए) का है, जो अब 557 अरब डॉलर है। इसमें 3.5 अरब डॉलर की कमी आई है। हालांकि, सोने के भंडार में 1.6 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है, जिससे यह 105 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर 2024 को समाप्त सप्ताह में, विदेशी मुद्रा भंडार 704.885 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर था।


वैश्विक महंगाई में कमी

वैश्विक स्तर पर महंगाई कम हुई


तेजी से बदलते वैश्विक व्यापारिक माहौल और अमेरिकी टैरिफ दरों में वृद्धि के बावजूद, वैश्विक स्तर पर महंगाई में कमी आई है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, लगातार तीसरे महीने विश्व स्तर पर खाद्य कीमतों में गिरावट देखी गई है। एफएओ की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि नवंबर में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बड़ी नरमी आई है। सूचकांक अक्टूबर की तुलना में गिरा है और वर्ष दर वर्ष आधार पर भी यह नवंबर 2024 की तुलना में 2.1 फीसदी नीचे रहा। अनाज को छोड़कर, दूध, तेल, चीनी और मीट जैसी प्रमुख श्रेणियों में कीमतें घटी हैं, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है।