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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 अरब डॉलर से नीचे गिरा

हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 27.6 करोड़ डॉलर घटकर 699.96 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। यह गिरावट विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी निकासी के कारण हुई है। पिछले सप्ताह में भंडार में कमी आई थी, जबकि इससे पहले लगातार तीन सप्ताह तक इसमें वृद्धि देखी गई थी। जानें इस गिरावट के पीछे के कारण और स्वर्ण भंडार की स्थिति के बारे में।
 

आरबीआई के आंकड़ों से खुलासा


आरबीआई द्वारा जारी आकड़ों से हुआ खुलासा, 27.6 करोड़ डॉलर कम हुआ विदेशी मुद्रा भंडार


भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी निकासी का सिलसिला जारी है, जिसके कारण विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। 3 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में यह 27.6 करोड़ डॉलर घटकर 699.96 अरब डॉलर पर पहुँच गया।


पिछले सप्ताह में, कुल भंडार 2.3 अरब डॉलर घटकर 700.236 अरब डॉलर हो गया था। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक, विदेशी मुद्रा संपत्तियाँ 4.049 अरब डॉलर घटकर 577.708 अरब डॉलर रह गई हैं।


स्वर्ण भंडार में वृद्धि

स्वर्ण भंडार बढ़कर 98.77 अरब डॉलर हो गया


आरबीआई ने बताया कि इस सप्ताह स्वर्ण भंडार 3.753 अरब डॉलर बढ़कर 98.77 अरब डॉलर हो गया। इसके अलावा, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (एसडीआर) 25 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.814 अरब डॉलर हो गए। भारत की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में आरक्षित स्थिति भी 40 लाख डॉलर घटकर 4.6669 अरब डॉलर रह गई।


पिछले सप्ताह की स्थिति

26 सितंबर को इतना कम हुआ था विदेशी मुद्रा भंडार


26 सितंबर को समाप्त सप्ताह में, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.334 अरब डॉलर घटकर 700.236 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले, 19 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भंडार 39.6 करोड़ डॉलर घटकर 702.57 अरब डॉलर हो गया था।


तीन सप्ताह की वृद्धि के बाद गिरावट

पहले लगातार तीन सप्ताह दर्ज हुई थी वृद्धि


पिछले दो सप्ताह को छोड़कर, इससे पहले लगातार तीन सप्ताह तक भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि देखी गई थी। इस दौरान अमेरिकी टैरिफ की धमकी के बावजूद भंडार में वृद्धि हुई थी। लेकिन अब यह लगातार दो सप्ताह से घट रहा है।


अधिकतम स्तर पर पहुँचने का इतिहास

सितंबर 2024 में इसने छुआ था उच्चतम स्तर


भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 12 सितंबर 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.698 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। इससे एक सप्ताह पहले भी इसमें 4.038 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी, जिससे भंडार 702.966 अरब डॉलर हो गया था। उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर 2024 को यह 704.885 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुँच गया था।