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भारत बंद: 25 करोड़ कर्मचारियों की हड़ताल, बिहार में राजनीतिक हलचल

आज भारत में एक बड़ा बंद आयोजित किया गया है, जिसमें 25 करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारी भाग ले रहे हैं। यह हड़ताल 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई है और इसे किसान संगठनों का समर्थन भी प्राप्त है। बिहार में इस बंद के दौरान राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो सकती हैं, जहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति महत्वपूर्ण मानी जा रही है। जानें इस बंद का असर किन क्षेत्रों पर पड़ेगा और कौन-कौन से संगठन इसमें शामिल हैं।
 

भारत बंद का ऐलान

आज देशभर में एक हड़ताल का आयोजन किया गया है, जिसे भारत बंद के रूप में जाना जा रहा है। इस बंद में 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी, जो विभिन्न सरकारी क्षेत्रों से जुड़े हैं, भाग लेने वाले हैं। यह बंद 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच द्वारा बुलाया गया है, और इसे किसान संगठनों तथा ग्रामीण श्रमिक समूहों का समर्थन भी प्राप्त है.


कहां-कहां पड़ेगा असर

इस भारत बंद का प्रभाव बैंकिंग और बीमा सेवाओं, डाक सेवाओं, कोयला खनन, बिजली आपूर्ति, परिवहन, और सार्वजनिक परिवहन पर पड़ सकता है। हालांकि, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और निजी कार्यालय खुले रहने की संभावना है.


बिहार में राजनीतिक गतिविधियाँ

भारत बंद के दौरान बिहार में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो सकती हैं। इस बंद को विपक्ष और महागठबंधन का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा, बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे और वह तेजस्वी यादव के साथ इस बंद में भाग लेंगे। चुनावी वर्ष में राजनीतिक दलों की हर गतिविधि पर लोगों की नजर रहती है, इसलिए आज पटना में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति महत्वपूर्ण होगी.


बंद में शामिल संगठन

इस भारत बंद में कई प्रमुख संगठन शामिल हैं, जैसे कि अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एआईटीयूसी), भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस, भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीआईटीयू), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), स्वरोजगार महिला एसोसिएशन (सेवा), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ), और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी).