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भारत से दक्षिण अफ्रीका को डीजल लोकोमोटिव का पहला निर्यात

राइट्स लिमिटेड ने पहली बार चालू स्थिति के डीजल लोकोमोटिव का निर्यात करने का निर्णय लिया है, जिसकी पहली खेप दक्षिण अफ्रीका भेजी जाएगी। कंपनी ने 18 लोकोमोटिव का ऑर्डर प्राप्त किया है, जिनमें आवश्यक तकनीकी संशोधन किए जा रहे हैं। जानें इस ऐतिहासिक निर्यात के बारे में और अधिक जानकारी।
 

राइट्स लिमिटेड का ऐतिहासिक निर्यात

रेल मंत्रालय के अधीन कार्यरत राइट्स लिमिटेड ने पहली बार चालू स्थिति में डीजल लोकोमोटिव का निर्यात करने का निर्णय लिया है। इस निर्यात की पहली खेप दक्षिण अफ्रीका भेजी जाएगी।


राइट्स के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राहुल मिथल ने जानकारी दी कि भारतीय रेलवे अब लगभग पूरी तरह से विद्युतीकृत हो चुकी है। इस कारण, 15 साल से अधिक पुरानी चालू स्थिति के डीजल लोकोमोटिव को विदेशों में भेजने का निर्णय लिया गया है।


कंपनी ने दक्षिण अफ्रीका से 18 चालू स्थिति के डीजल लोकोमोटिव के निर्यात का ऑर्डर प्राप्त किया है, जिनमें दक्षिण अफ्रीकी रेलवे की आवश्यकताओं के अनुसार आवश्यक संशोधन किए जा रहे हैं। अब तक, राइट्स ने केवल नई लोकोमोटिव का निर्यात किया है, लेकिन यह पहली बार है जब चालू स्थिति के लोकोमोटिव का निर्यात किया जा रहा है।


हालांकि दक्षिण अफ्रीका में केप गेज (1,067 मिमी) और भारत में ब्रॉड गेज (1,676 मिमी) है, आवश्यक तकनीकी संशोधनों के बाद ये लोकोमोटिव पूरी तरह से उपयुक्त हो जाएंगे।


राहुल मिथल ने बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 की चौथी तिमाही तक पहली चालू स्थिति के संशोधित डीजल लोकोमोटिव की आपूर्ति कर दी जाएगी। उन्हें उम्मीद है कि गुणवत्ता के आधार पर दक्षिण अफ्रीका के पड़ोसी देशों से भी ऐसे ऑर्डर प्राप्त होंगे।