भारतीय अर्थव्यवस्था में 6.9% की वृद्धि की उम्मीद: फिच की रिपोर्ट
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच का अनुमान
भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि की संभावनाएं
बिजनेस डेस्क: भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक परिस्थितियों के बीच तेजी से विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। अमेरिकी टैरिफ का असर भी इस पर सीमित नजर आ रहा है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
विकास दर में संशोधन
फिच ने वित्त वर्ष 2026 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान को संशोधित किया है। पहले 6.5 प्रतिशत के अनुमान को बढ़ाकर अब 6.9 प्रतिशत कर दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू मांग विकास का मुख्य कारक बनेगी। मजबूत वास्तविक आय उपभोग को बढ़ावा देगी और ढीली वित्तीय स्थिति निवेश को प्रोत्साहित करेगी।
यह अपग्रेड उस समय आया है जब वित्त वर्ष 2025 की पहली और दूसरी तिमाही में गतिविधियों की गति अपेक्षा से अधिक तेज रही। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही में वार्षिक वृद्धि में कमी आ सकती है।
शेयर बाजार में तेजी
भारतीय शेयर बाजार में तेजी का दौर जारी है। पिछले सप्ताह से बाजार लगातार हरे निशान पर कारोबार कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी दरों में बदलाव से निवेशकों की अमेरिकी टैरिफ को लेकर चिंताएं कम हुई हैं।
बुधवार को, सेंसेक्स 323.83 अंक या 0.40 प्रतिशत बढ़कर 81,425.15 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 104.50 अंक या 0.42 प्रतिशत बढ़कर 24,973.10 अंक पर पहुंच गया।