महबूबा मुफ्ती ने मुक्त व्यापार समझौतों का किया विरोध, कश्मीर के सेब उत्पादकों की सुरक्षा की मांग
महबूबा मुफ्ती का मुक्त व्यापार समझौतों पर बयान
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को यूरोपीय संघ और अमेरिका के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) का विरोध किया। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के साथ हुए समझौते ने कश्मीर के सेब उत्पादकों को गंभीर नुकसान पहुँचाया है, क्योंकि इससे उन्हें अनुचित आयातों का सामना करना पड़ा है।
महबूबा ने चेतावनी दी कि यदि सेब के आयात शुल्क में कमी की जाती है और विदेशी सेब बाजार में आ जाते हैं, तो इससे जम्मू-कश्मीर की बागवानी उद्योग की बुनियाद कमजोर हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल फलों का मामला नहीं है, बल्कि लाखों परिवारों की आजीविका का भी प्रश्न है।
महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से अनुरोध किया कि इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाए ताकि घाटी के फल उत्पादकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि उन्हें इस बात की गहरी चिंता है कि यूरोप, अमेरिका और चिली के साथ होने वाले मुक्त व्यापार समझौतों में सेब के आयात शुल्क में कमी की जा सकती है।
महबूबा ने कहा कि इससे भारत-न्यूजीलैंड एफटीए जैसी स्थिति दोबारा उत्पन्न होगी। पहले से ही 25 प्रतिशत शुल्क में कटौती ने कश्मीर के सेब उत्पादकों को नुकसान पहुँचाया है और उन्हें अनुचित आयात का सामना करना पड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अधिक आयातित सेबों के बाजार में आने से 15 लाख परिवारों की आजीविका प्रभावित होगी और मुख्यमंत्री को इसे तुरंत केंद्र सरकार के सामने उठाना चाहिए।