रिफर्बिश्ड फोन: किफायती विकल्प और खरीदने के टिप्स
रिफर्बिश्ड फोन क्या होते हैं?
आईफोन या अन्य ब्रांडेड मोबाइल फोन की चाहत रखने वाले कई लोग बजट की कमी के कारण नए फोन नहीं खरीद पाते। ऐसे में रिफर्बिश्ड फोन एक उत्कृष्ट विकल्प बनकर उभरे हैं। रिफर्बिश्ड उत्पादों में मोबाइल के साथ-साथ लैपटॉप, किफायती चार्जर, महंगे हेडफोन्स और आईवॉच भी शामिल होते हैं। हालांकि, उपभोक्ताओं के मन में इन इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर संदेह रहता है। आइए जानते हैं कि रिफर्बिश्ड फोन खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
रिफर्बिश्ड डिवाइस की परिभाषा
रिफर्बिश्ड फोन असल में मूल उत्पाद होते हैं, जिन्हें मरम्मत किया गया है। इसका अर्थ है कि ये फोन पहले किसी ग्राहक द्वारा खरीदे गए थे, लेकिन किसी समस्या के कारण इन्हें कंपनी को वापस भेजा गया। कंपनी इन फोनों को अपने वेयरहाउस में ठीक करके फिर से बेचती है। इस प्रक्रिया के बाद, ये फोन नए जैसे दिखते हैं और पूरी तरह से टेस्ट किए जाते हैं, जिससे ये भरोसेमंद और किफायती बनते हैं।
रिफर्बिश्ड फोन के विभिन्न ग्रेड
रिफर्बिश्ड फोन के विभिन्न ग्रेड होते हैं। ए-ग्रेड फोन में हल्के-फुल्के निशान होते हैं और ये लगभग नए होते हैं। बी-ग्रेड फोन में स्क्रीन पर स्क्रैच या हल्की प्रदर्शन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। सी-ग्रेड फोन अधिक उपयोग किए गए होते हैं और इनकी कीमत कम होती है। इन फोनों को खरीदते समय विश्वसनीय ब्रांड्स या साइट्स से डील करना चाहिए, और साथ ही इन पर वारंटी और रिटर्न पॉलिसी भी उपलब्ध होती है।
रिफर्बिश्ड फोन खरीदने के लाभ
रिफर्बिश्ड फोन की कीमतें सामान्यतः कम होती हैं। उदाहरण के लिए, यदि एक फोन की कीमत 80,000 रुपये है, तो रिफर्बिश्ड होने के बाद इसकी कीमत 40,000 से 50,000 रुपये तक हो सकती है। ये फोन छात्रों और इन्फ्लूएंसर्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं। इसके अलावा, रिफर्बिश्ड फोन खरीदने से पर्यावरण की सुरक्षा में भी मदद मिलती है, क्योंकि इनका निर्माण नए संसाधनों की आवश्यकता नहीं होती।
रिफर्बिश्ड फोन के फायदे
- कम कीमत में उच्च गुणवत्ता वाले फोन मिलते हैं।
- कंपनियां इन फोनों पर 6 महीने की वारंटी और रिटर्न पॉलिसी प्रदान करती हैं।
- कंपनियां रिफर्बिश्ड फोन की गुणवत्ता को कई बार चेक करती हैं, जिससे ग्राहक का विश्वास बना रहता है।
रिफर्बिश्ड फोन के नुकसान
हालांकि, रिफर्बिश्ड फोन खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। कई बार ग्राहक इन्हें गलत जगह से खरीद लेते हैं, जिससे धोखाधड़ी का सामना करना पड़ सकता है। इन फोनों की बैटरी की सेहत नए फोन की तुलना में कम होती है, और इनकी वारंटी आमतौर पर 6 से 12 महीने तक होती है।