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रुपये में गिरावट, अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि

सोमवार को रुपये में गिरावट आई, जो अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण हुई। जानें कैसे यह स्थिति घरेलू शेयर बाजार को प्रभावित कर रही है और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों का क्या असर है।
 

रुपये की स्थिति और बाजार की प्रतिक्रिया

सोमवार को विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के चलते रुपये में चार पैसे की गिरावट आई, जिससे यह 88.69 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।


विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण रुपये की धारणा कमजोर बनी हुई है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये की शुरुआत 88.64 प्रति डॉलर से हुई, लेकिन यह बाद में 88.69 प्रति डॉलर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से चार पैसे की कमी दर्शाता है।


शुक्रवार को रुपये का बंद भाव 88.65 प्रति डॉलर था। इस बीच, अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत बढ़कर 99.68 पर पहुंच गया।


घरेलू शेयर बाजारों में, सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 202.48 अंक की वृद्धि के साथ 83,418.76 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 68.65 अंक की बढ़त के साथ 25,560.95 अंक पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.66 प्रतिशत बढ़कर 64.05 डॉलर प्रति बैरल हो गई। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने शुक्रवार को 4,581.34 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।