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रुपये में गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों का असर

सोमवार को रुपये में गिरावट आई, जो कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और विदेशी पूंजी की निकासी के कारण हुई। रुपये ने 90.11 का स्तर छुआ, जबकि शेयर बाजार में भी गिरावट देखी गई। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में।
 

रुपये की स्थिति

सोमवार को कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और विदेशी पूंजी के निरंतर निकासी के चलते रुपये में 16 पैसे की गिरावट आई, जिससे यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 90.11 पर पहुंच गया।


विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, कंपनियों, आयातकों और विदेशी निवेशकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग ने रुपये पर दबाव डाला।


बाजार में रुपये का प्रदर्शन

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपये ने 90.07 पर शुरुआत की, लेकिन बाद में 90.11 प्रति डॉलर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से 16 पैसे की गिरावट को दर्शाता है।


शुक्रवार को रुपये का बंद भाव 89.95 था।


डॉलर सूचकांक और शेयर बाजार

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत गिरकर 98.88 पर रहा।


घरेलू शेयर बाजार में, सेंसेक्स ने 215.73 अंक की गिरावट के साथ 85,741.24 अंक पर कारोबार किया, जबकि निफ्टी 64.85 अंक गिरकर 26,121.60 पर रहा।


कच्चे तेल की कीमतें

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.17 प्रतिशत बढ़कर 63.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई।


शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) ने शुक्रवार को 438.90 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।