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वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की लॉन्चिंग में देरी, सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की लॉन्चिंग में देरी हो सकती है, क्योंकि रेलवे मंत्रालय ने गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों में खामियां पाई हैं। यह ट्रेन लंबी रात्री यात्राओं के लिए डिज़ाइन की गई है और इसमें आधुनिक सुविधाएं शामिल की गई हैं। मंत्रालय ने सुरक्षा मानकों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, ट्रेन में कई प्रीमियम सुविधाएं होंगी। जानें इस ट्रेन के बारे में और क्या जानकारी है।
 

नई दिल्ली में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का इंतजार


नई दिल्ली: भारत की प्रीमियम रेल यात्रा को नई ऊंचाई पर ले जाने वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की लॉन्चिंग में अब और समय लग सकता है। रेलवे मंत्रालय ने निरीक्षण के दौरान कई गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों में खामियां पाई हैं, जिसके कारण इसके लॉन्च को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।


यह ट्रेन लंबी रात्री यात्राओं के लिए डिज़ाइन की गई है और इसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है, ताकि यात्रियों का अनुभव और भी आरामदायक हो सके।


गुणवत्ता और डिजाइन पर उठे सवाल

रेलवे बोर्ड ने निरीक्षण में पाया कि ट्रेन के फर्निशिंग और फिटिंग में कई खामियां हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि बर्थ एरिया में तेज किनारे, खिड़की के पर्दों के हैंडल और बर्थ कनेक्टर के बीच के खाली हिस्से जैसी समस्याएं हैं, जो सफाई और सुरक्षा में बाधा डाल सकती हैं। मंत्रालय ने निर्माताओं को तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।


सुरक्षा और मंजूरी की प्रक्रिया जारी

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) द्वारा सुरक्षा और प्रदर्शन मानकों की पूर्ति के बाद, ट्रेन को रेलवे सेफ्टी कमिश्नर (CCRS) से अंतिम मंजूरी लेनी होगी। आरडीएसओ ने 1 सितंबर 2025 को अपनी संशोधित रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। मंत्रालय ने फायर सेफ्टी, कवच 4.0 सिस्टम की स्थापना और लोको पायलट से स्टेशन मास्टर तक बेहतर संचार प्रणाली लागू करने के निर्देश दिए हैं।


यात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान

रेलवे मंत्रालय ने सभी जोनों को निर्देशित किया है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में प्रीमियम अनुभव सुनिश्चित करने के लिए समर्पित तकनीकी स्टाफ तैनात किया जाए। ट्रेन में बड़े और आरामदायक बर्थ, ऑनबोर्ड वाई-फाई, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और स्वचालित दरवाजों की सुविधा होगी। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में पहले से रिकॉर्ड की गई सुरक्षा घोषणाएं भी प्रसारित की जाएंगी।


मंत्रालय ने तैयारियों पर दिया जोर

रेलवे ने आदेश जारी किया है कि ट्रेन के रवाना होने से पहले सभी गैर-यात्री कर्मियों को ट्रेन से उतर जाना चाहिए। साथ ही, रखरखाव के लिए पर्याप्त स्पेयर पार्ट्स और आवश्यक सामग्री का स्टॉक अनिवार्य किया गया है। रेलवे बोर्ड ने यह भी कहा कि ड्राइवरों को आपात स्थिति में 15 मिनट के भीतर कपलर डिसकनेक्ट करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि किसी तकनीकी खराबी में त्वरित कार्रवाई की जा सके।


लॉन्च में देरी, लेकिन उम्मीद बरकरार

हालांकि ट्रेन की लॉन्चिंग की अंतिम तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वंदे भारत स्लीपर प्रोजेक्ट मंत्रालय की शीर्ष प्राथमिकता में है। यह ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का स्लीपर संस्करण होगी, जो सेमी-हाई-स्पीड क्षमता के साथ राजधानी एक्सप्रेस से भी अधिक लग्जरी अनुभव प्रदान करेगी।