×

वैश्विक खाद्य कीमतों में गिरावट से उपभोक्ताओं को मिली राहत

हाल ही में जारी एफएओ की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर खाद्य कीमतों में लगातार तीसरे महीने गिरावट आई है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है। दूध, तेल, चीनी और मीट जैसी प्रमुख वस्तुओं की कीमतें कम हुई हैं, जबकि अनाज की कीमतों में वृद्धि देखी गई है। जानें इस रिपोर्ट में और क्या जानकारी दी गई है और किस प्रकार यह बदलाव वैश्विक बाजार को प्रभावित कर रहा है।
 

एफएओ की रिपोर्ट से खुलासा


Business News Update: वैश्विक व्यापारिक परिदृश्य में तेजी से बदलाव और अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि के बावजूद, खाद्य महंगाई में कमी आई है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, पिछले तीन महीनों में खाद्य कीमतों में गिरावट आई है। हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि नवंबर में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उल्लेखनीय कमी आई है। सूचकांक अक्टूबर की तुलना में गिरा है और यह नवंबर 2024 की तुलना में 2.1% कम है। दूध, तेल, चीनी और मीट जैसे प्रमुख खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी आई है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है।


तीसरे महीने लगातार कीमतों में गिरावट

नवंबर का महीना उपभोक्ताओं के लिए राहत भरा साबित हुआ है। एफएओ के अनुसार, यह लगातार तीसरा महीना है जब खाद्य कीमतों में गिरावट आई है। दूध, तेल, चीनी और मीट जैसी वस्तुओं की कीमतें कम हुई हैं, जबकि अनाज की कीमतों में वृद्धि देखी गई है। एफएओ का वैश्विक खाद्य मूल्य सूचकांक नवंबर में 125.1 अंक पर रहा, जो अक्टूबर 2025 की तुलना में 1.2% कम है और मार्च 2022 के उच्चतम स्तर से लगभग 22% नीचे है।


अनाज की कीमतों में वृद्धि

हालांकि, अनाज मूल्य सूचकांक नवंबर में 105.5 अंक पर रहा, जो अक्टूबर की तुलना में 1.8% और कुल मिलाकर 1.3% अधिक है। फिर भी, यह पिछले वर्ष की तुलना में 5.3% कम है। वैश्विक स्तर पर गेहूं की कीमतों में 2.5% की वृद्धि हुई है, जिसका कारण अमेरिका से चीन के बड़े आयात, ब्लैक सी क्षेत्र में तनाव और रूस में फसल की बुवाई में कमी का अनुमान है। मक्के की कीमतें ब्राजील में मजबूत मांग और बारिश के कारण आपूर्ति में बाधा के चलते बढ़ी हैं। जौ और ज्वार की कीमतों में भी वृद्धि हुई है, जबकि चावल की कीमतों में 1.5% की कमी आई है।