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वॉरेन बफेट का नया अध्याय: बर्कशायर हैथवे में नेतृत्व परिवर्तन और परोपकार पर ध्यान

वॉरेन बफेट, जो बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं, अब अपने जीवन के अंतिम चरण में परोपकार पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने 1.3 अरब डॉलर का दान देने की घोषणा की है और अपने उत्तराधिकारी ग्रेग एबेल पर भरोसा जताया है। बफेट का यह नया अध्याय उनके दान और परोपकार की परंपरा को आगे बढ़ाने का संकेत है। जानें उनके भविष्य की योजनाओं और दान के बारे में अधिक जानकारी।
 

वॉरेन बफेट का 'क्वाइट मोड'


वॉरेन बफेट, जिन्होंने एक पुरानी टेक्सटाइल कंपनी को 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक मूल्य वाले समूह में परिवर्तित किया, अब अपने जीवन के अंतिम चरण में 'क्वाइट मोड' में जाने की योजना बना रहे हैं। 95 वर्षीय इस निवेशक ने यह घोषणा की है कि वे बर्कशायर हैथवे के सीईओ पद से इस्तीफा देंगे और परोपकारी कार्यों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि वे अब सार्वजनिक रूप से कम बोलेंगे, लेकिन अपने जीवनकाल में दान देने की गति को बढ़ाएंगे।


बर्कशायर हैथवे में नेतृत्व परिवर्तन

बफेट ने इस वर्ष शेयरहोल्डर्स की बैठक में स्पष्ट किया था कि वे कंपनी की जिम्मेदारी अपने डिप्टी ग्रेग एबेल को सौंपेंगे। एबेल, जो 63 वर्ष के हैं, अब कंपनी के संचालन और पूंजी निवेश से संबंधित निर्णयों के अंतिम अधिकारी होंगे। बफेट अभी भी चेयरमैन बने रहेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि शेयरहोल्डर्स का विश्वास एबेल पर जल्द ही उतना ही मजबूत होगा जितना कि उन पर था।


1.3 अरब डॉलर का दान

बफेट ने चार पारिवारिक फाउंडेशनों को कुल 1.3 अरब डॉलर (लगभग 10,800 करोड़ रुपये) दान देने की योजना बनाई है। इसके तहत वे बर्कशायर की 1,800 क्लास A शेयरों को 2.7 मिलियन क्लास B शेयरों में परिवर्तित करके दान करेंगे। इनमें से 1.5 मिलियन शेयर 'सुसान थॉम्पसन बफेट फाउंडेशन' को और 4-4 लाख शेयर अपने तीन बच्चों के फाउंडेशनों—शेरवुड, हॉवर्ड जी. बफेट और नोवो—को देंगे।


परोपकार की परंपरा जारी

बफेट 2006 से लगातार अपने धन का एक बड़ा हिस्सा दान कर रहे हैं। उन्होंने बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स के साथ मिलकर 'Giving Pledge' पहल की शुरुआत की थी, जिसके तहत अरबपति अपने जीवनकाल या मृत्यु के बाद अपनी संपत्ति दान करते हैं। अब उन्होंने यह निर्णय लिया है कि उनकी मृत्यु के बाद गेट्स फाउंडेशन को कोई दान नहीं मिलेगा, बल्कि उनके तीन बच्चे एक नई चैरिटेबल ट्रस्ट का संचालन करेंगे।


'धीरे चलता हूं, पर रोज़ ऑफिस जाता हूं'

अपने पत्र में बफेट ने लिखा कि भले ही वे धीरे चलते हैं और पढ़ने में कठिनाई होती है, वे अभी भी सप्ताह में पांच दिन ऑफिस जाते हैं। उन्होंने कहा, "कभी-कभी मुझे कोई अच्छा विचार मिल जाता है या कोई ऐसा ऑफर आता है जो वरना नहीं मिलता।" उन्होंने यह भी बताया कि वे चाहते हैं कि उनके बच्चे अपने जीवनकाल में ही उनकी संपत्ति का सदुपयोग कर समाज की सेवा करें।


एबेल पर जताया पूरा भरोसा

बफेट ने कहा कि वे ग्रेग एबेल को अपने बाद का सर्वश्रेष्ठ उत्तराधिकारी मानते हैं। उन्होंने लिखा, "मैं किसी सीईओ, कंसल्टेंट या प्रोफेसर से अधिक भरोसा ग्रेग पर करता हूं, जो आपकी और मेरी सेविंग्स को सही दिशा में ले जाएंगे।" यह बयान बर्कशायर के भविष्य को लेकर बफेट के आत्मविश्वास को दर्शाता है।