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शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन हरे निशान पर बंद, निवेशकों की खुशी बढ़ी

शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने लगातार तीसरे दिन हरे निशान पर बंद होकर निवेशकों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में सकारात्मक वृद्धि देखी गई। इस बीच, धनतेरस के अवसर पर सोने की कीमतें भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। जानें इस तेजी के पीछे के कारण और बाजार की स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
 

शेयर बाजार का सकारात्मक प्रदर्शन


शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने लगातार तीसरे दिन हरे निशान पर बंद होकर निवेशकों के चेहरे पर खुशी लाने का काम किया। इस दिन बीएसई सेंसेक्स 484.53 अंक या 0.58 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 83,952.19 अंक पर समाप्त हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 84,172.24 अंक तक पहुंचकर 704.58 अंक या 0.84 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की।


एनएसई निफ्टी भी 124.55 अंक या 0.49 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 25,709.85 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स ने 4.18 प्रतिशत की सबसे अधिक बढ़त दिखाई। महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी बढ़त में रहे। हालांकि, इंफोसिस, एचसीएल टेक, इटर्नल, टेक महिंद्रा और टाटा स्टील में गिरावट देखी गई।


यूरोपीय बाजारों में गिरावट

एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी सकारात्मक स्थिति में बंद हुआ, जबकि जापान का निक्केई 225, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ समाप्त हुए। यूरोप के बाजार भी तेजी से नीचे की ओर कारोबार कर रहे थे। इसके अलावा, गुरुवार को अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए।


सोने की कीमतों में वृद्धि

धनतेरस का त्यौहार आज मनाया जा रहा है, जो हिंदू परंपरा में कीमती धातुओं की खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है। इस अवसर पर, भारतीय उपभोक्ताओं द्वारा सोने और चांदी की खरीदारी में तेजी आने की उम्मीद है। शुक्रवार को सोने की कीमत 3,200 रुपए बढ़कर 1,34,800 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई, जबकि चांदी की कीमत 7,000 रुपए गिरकर 1,77,000 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई।


व्यापारियों का कहना है कि त्योहारी सीजन में अधिक बिक्री की उम्मीद के चलते स्टॉकिस्टों ने नए सौदों में तेजी दिखाई।


सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण

सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी सरकार के मौजूदा बंद और डॉलर सूचकांक के 99 से नीचे रहने के कारण सोने में तेजी आई है। इसके साथ ही, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता और डेटा जारी होने में देरी के कारण निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं। जब तक जोखिम की धारणा कमजोर बनी रहेगी, सोने की कीमतें ऊंची बनी रह सकती हैं।