सेबी ने ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाए
सेबी की नई पहल
बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बृहस्पतिवार को प्रमुख सोशल मीडिया और इंटरनेट सर्च प्लेटफार्मों से ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी पर नियंत्रण के लिए कठोर उपाय लागू करने का अनुरोध किया है।
सेबी ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि उसने ऑनलाइन निवेश में धोखाधड़ी से निपटने के लिए अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है और इस संबंध में प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और सर्च इंजनों को औपचारिक पत्र भेजा है।
यह कदम अंतरराष्ट्रीय प्रतिभूति आयोग संगठन (आईओएससीओ) की वैश्विक कार्रवाई अपील के अनुरूप है।
आईओएससीओ की सिफारिशें
आईओएससीओ ने 21 मई, 2025 को ऑनलाइन निवेश गतिविधियों में होने वाले नुकसान को रोकने के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों की भूमिका को उजागर करते हुए उनसे निवेशकों को वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए प्रयास बढ़ाने का आग्रह किया था।
सेबी के सुझाव
सेबी ने आईओएससीओ की सिफारिशों का समर्थन करते हुए प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफार्मों से भारतीय बाजार के लिए विशेष उपायों को प्राथमिकता देने और शीघ्रता से लागू करने का अनुरोध किया है।
इन उपायों में एक सत्यापन प्रणाली शामिल है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल सेबी के पास पंजीकृत संस्थाएं ही निवेश उत्पादों और सेवाओं का प्रचार कर सकें।
सेबी ने यह भी सुझाव दिया है कि ऐप स्टोर पर प्रमाणित और विनियमित ट्रेडिंग ऐप के लिए एक अलग 'सत्यापित चिह्न' की व्यवस्था की जाए, ताकि निवेशक असली प्लेटफार्मों की पहचान कर सकें और धोखाधड़ी वाले ऐप से बच सकें।
निवेशकों के लिए सलाह
सेबी ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे निवेश करने से पहले संस्थान का पंजीकरण सेबी की वेबसाइट पर सत्यापित करें, केवल सेबी-पंजीकृत संस्थाओं के आधिकारिक ऐप से लेनदेन करें, और भुगतान के लिए सत्यापित यूपीआई हैंडल या 'सेबी चेक' प्लेटफार्म या सारथी ऐप का उपयोग करें।