सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि: चांदी ने बनाया नया रिकॉर्ड
चांदी की कीमत में भारी उछाल
चांदी की कीमत 1,41,900 रुपए प्रति किलो तक पहुंची
सोने की कीमत में भी वृद्धि : भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतें लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी और शादी के मौसम के चलते इनकी मांग में वृद्धि हो रही है। इसी कारण इनकी कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 330 रुपए बढ़कर 1,17,700 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चांदी की कीमत 1900 रुपए बढ़कर 1,41,900 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
यह चांदी की अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 330 रुपए बढ़कर 1,17,700 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) हो गई। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 400 रुपए बढ़कर 1,17,100 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। हालांकि, वैश्विक स्तर पर इन दोनों कीमती धातुओं में गिरावट देखी गई है। हाजिर सोना 0.12 प्रतिशत गिरकर 3,744.75 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी 0.35 प्रतिशत गिरकर 45.03 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी
पिछले एक सप्ताह से भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली का दौर जारी है। इस बिकवाली के पीछे अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए प्रतिबंधों को मुख्य कारण बताया जा रहा है। शेयर बाजार में गिरावट का असर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार पर भी पड़ा है। यह पिछले तीन सप्ताह की वृद्धि के बाद 19 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 39.6 करोड़ डॉलर घटकर 702.57 अरब डॉलर रह गया। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक, विदेशी मुद्रा आस्तियां 86.4 करोड़ डॉलर घटकर 586.15 अरब डॉलर हो गईं। विदेशी मुद्रा आस्तियों में डॉलर के मुकाबले यूरो, पाउंड और येन जैसी अन्य मुद्राओं के उतार-चढ़ाव का भी असर शामिल होता है। दूसरी ओर, भारत का स्वर्ण भंडार 36 करोड़ डॉलर बढ़कर 92.779 अरब डॉलर हो गया।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी
भारतीय शेयर बाजार में पिछले शुक्रवार से शुरू हुई गिरावट का सिलसिला इस शुक्रवार तक जारी रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह एच1 बी वीजा संबंधी नई नीति की घोषणा की थी, वहीं इस शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय दवाओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की। ट्रंप की इस घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। इसके साथ ही कुछ अन्य भारतीय निर्यात पर भी नई टैरिफ की घोषणा का नकारात्मक असर पड़ा।