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सोने ने शेयर बाजार को पीछे छोड़ा: 2025 में निवेशकों को मिला शानदार रिटर्न

वर्ष 2025 में सोने ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है, जबकि शेयर बाजार ने अपेक्षाकृत कम प्रदर्शन किया। इस साल सोने की कीमतें 1,32,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं, जो 67% की वृद्धि दर्शाती हैं। जानें कि कैसे वैश्विक परिस्थितियों और रुपये की स्थिति ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। क्या 2026 में सोने की कीमतें और बढ़ेंगी? इस लेख में जानें।
 

निवेशकों के लिए यादगार साल


वर्ष 2025 का अंतिम महीना चल रहा है, और यह साल निवेशकों के लिए विशेष रूप से यादगार साबित हुआ है। इस वर्ष, शेयर बाजार और सोने दोनों ने अपने उच्चतम स्तर को छुआ है। जबकि शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल रहा, सोने ने लगातार ऊंचाई की ओर बढ़ते हुए निवेशकों को लगभग 67 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस साल सोने की कीमतें 1,32,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं।


सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन

31 दिसंबर 2024 को सेंसेक्स 78,139.01 पर था, जो अब 85,712.37 पर बंद हुआ है, यानी इस साल में 9.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सेंसेक्स ने 86,159.02 का उच्चतम स्तर भी छुआ। इसी तरह, निफ्टी 23,644.80 से बढ़कर 26,186.45 पर पहुंच गया है, जो 10.75 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।


सोने का अद्वितीय प्रदर्शन

इस वर्ष सोने ने सेंसेक्स और निफ्टी की तुलना में कहीं अधिक रिटर्न दिया है। जहां सेंसेक्स का रिटर्न 9.7 प्रतिशत और निफ्टी का 10.75 प्रतिशत रहा, वहीं सोने ने 67 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक परिस्थितियां और रुपये-डॉलर का विनिमय दर स्थिर रहती है, तो 2026 में सोने की कीमतें 5 से 16 प्रतिशत और बढ़ सकती हैं।


सोने की कीमतों में वृद्धि

दिल्ली सरार्फा संघ के अनुसार, 1 जनवरी 2025 को सोने की कीमत 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो अब 1,32,900 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। इस साल सोने की कीमतों में लगभग 67 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य कारण डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और मजबूत वैश्विक संकेत हैं।