तेलंगाना के पूर्व मंत्री ने कांग्रेस पर मेडिकल कॉलेजों की अनदेखी का आरोप लगाया
टी. हरीश राव का बयान
तेलंगाना के पूर्व वित्त और स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि वह राज्य के नए मेडिकल कॉलेजों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि रेवंत रेड्डी सरकार नए मेडिकल कॉलेजों के लिए आवश्यक सुविधाओं के विकास के लिए पर्याप्त धन आवंटित नहीं कर रही है, जिससे छात्रों का भविष्य संकट में है।हरीश राव ने बताया कि बीआरएस सरकार ने 2014 से 2023 के बीच तेलंगाना के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा था और इस दौरान 29 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से इन कॉलेजों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और शैक्षणिक गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन कॉलेजों के निर्माण और संचालन के लिए आवश्यक धनराशि रोकी गई है। राव ने चेतावनी दी कि यदि यह उपेक्षा जारी रही, तो न केवल इन कॉलेजों की राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) से मान्यता खतरे में पड़ सकती है, बल्कि हजारों मेडिकल छात्रों का भविष्य भी अधर में लटक जाएगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि यदि इन कॉलेजों की मान्यता रद्द होती है, तो यह तेलंगाना के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक बड़ा झटका होगा, क्योंकि इन कॉलेजों ने राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने रेवंत रेड्डी सरकार से अपील की कि वह नए मेडिकल कॉलेजों की अनदेखी बंद करे और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए तुरंत आवश्यक धनराशि जारी करे। उन्होंने जोर दिया कि मेडिकल शिक्षा को मजबूत करना राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।