नीट यूजी 2024: एनटीए की परीक्षा में नहीं मिला कोई छात्र को सौ फीसदी अंक
भारत में एनटीए की अनोखी परीक्षा
यह अद्भुत स्थिति केवल भारत में संभव है, और इसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ही अंजाम दे सकती है। इस वर्ष मेडिकल प्रवेश के लिए आयोजित नीट यूजी परीक्षा में किसी भी छात्र ने सौ फीसदी अंक प्राप्त नहीं किए। सौ फीसदी का अर्थ है कि 720 अंकों की परीक्षा में 720 अंक हासिल करना। इस बार किसी भी छात्र को 700 अंक भी नहीं मिले हैं। यह सोचने वाली बात है कि इतनी प्रतिभाएं कहां चली गईं?
पिछले वर्ष, नीट यूजी 2024 की परीक्षा में 67 छात्रों ने सौ फीसदी अंक प्राप्त किए थे। उस परीक्षा में कई स्थानों पर प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा केंद्रों पर धांधली की घटनाएं सामने आई थीं, जिसके कारण कई जगह पुनः परीक्षा आयोजित की गई। इससे सौ फीसदी अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या में कमी आई। वास्तव में, पिछले वर्ष केवल दो छात्रों ने सौ फीसदी अंक प्राप्त किए थे, जो एक वर्ष में बढ़कर 67 हो गए। ऐसा प्रतीत होता है कि परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी ने यह महसूस किया कि अधिक छात्रों के द्वारा सौ फीसदी अंक प्राप्त करने पर विवाद उत्पन्न होता है, इसलिए उन्होंने अंक कम करने या औसत अंक देकर परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया। इस वर्ष के परिणामों से ऐसा लगता है कि किसी को भी सौ फीसदी अंक नहीं मिले और यहां तक कि 700 अंक भी किसी ने नहीं प्राप्त किए। इसके लिए एक प्रयास किया गया था कि प्रश्नों को बहुत कठिन बना दिया जाए। संभवतः औसत मार्किंग भी की गई होगी, तभी परिणाम ऐसे आए हैं। सवाल यह है कि क्या इससे एनटीए की विश्वसनीयता बहाल होगी और इस महत्वपूर्ण परीक्षा की पारदर्शिता पर कोई सवाल नहीं उठेगा?