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पानीपत की जाह्नवी पंवार बनीं सबसे युवा PhD स्कॉलर

पानीपत की 21 वर्षीय जाह्नवी पंवार ने PhD में दाखिला लेकर देश की सबसे युवा स्कॉलर बनने का गौरव हासिल किया है। उनकी कहानी न केवल उनकी मेहनत और प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि यह हर युवा के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। जानें कैसे उन्होंने कम उम्र में अद्वितीय उपलब्धियां हासिल कीं और भविष्य में समाज में बदलाव लाने का सपना देखा है।
 

जाह्नवी पंवार: पानीपत की वंडर गर्ल

जाह्नवी पंवार PhD: पानीपत की सबसे युवा PhD स्कॉलर: 21 वर्षीय जाह्नवी पंवार ने हरियाणा का नाम रोशन किया है। पानीपत के समालखा की रहने वाली जाह्नवी, देश की सबसे कम उम्र की PhD स्कॉलर बन गई हैं। उन्होंने IIT दिल्ली में फोक लिटरेचर में PhD प्रोग्राम में दाखिला लिया है।


जाह्नवी की मेहनत और प्रतिभा ने उन्हें पूरे देश में चर्चा का विषय बना दिया है। उनकी कहानी हर युवा के लिए प्रेरणा का स्रोत है। आइए, उनकी उपलब्धियों और सपनों के बारे में जानते हैं।


कम उम्र में अद्वितीय उपलब्धियां


जाह्नवी की प्रतिभा बचपन से ही स्पष्ट थी। उन्होंने 11 साल की उम्र में हरियाणा बोर्ड से 10वीं कक्षा पास की। 13 साल की उम्र में CBSE से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर एक रिकॉर्ड बनाया। 16 साल की उम्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 18 साल में अंग्रेजी में एमए (Postgraduate Degree) पूरा किया।


वह देश की सबसे कम उम्र की पोस्टग्रेजुएट बनीं। जाह्नवी ने पहले प्रयास में GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering) परीक्षा पास की। इसके बाद IIT दिल्ली की लिखित परीक्षा और पांच प्रोफेसरों के साक्षात्कार में सफलता हासिल की। उनकी मेहनत ने उन्हें देश के शीर्ष 5 उम्मीदवारों में स्थान दिलाया।


बहुभाषी प्रतिभा और सोशल मीडिया पर प्रभाव


जाह्नवी केवल पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि भाषाओं में भी निपुण हैं। उनके पिता के अनुसार, वह 9 देशों की अंग्रेजी बोलने में सक्षम हैं। वह 9 विभिन्न लहजों में धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलती हैं। उनके पास फ्रेंच का सर्टिफिकेट है और वह जापानी भाषा में भी सर्टिफिकेट के लिए तैयारी कर रही हैं। वर्तमान में, वह स्पेनिश सीख रही हैं। जाह्नवी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं।


उनके यूट्यूब चैनल पर 2.27 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं, और इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 10 लाख फॉलोअर्स हैं। वह अपनी प्रतिभा से लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं।


भविष्य की योजना: भाषा के माध्यम से जागरूकता फैलाना


जाह्नवी पंवार PhD 2025 के बाद नौकरी नहीं करेंगी। उनका सपना है कि वह देश के बच्चों और युवाओं को मातृभाषा के साथ अंग्रेजी का सही ज्ञान दें। वह चाहती हैं कि हर बच्चा अपनी भाषा और अंग्रेजी में आत्मविश्वास के साथ संवाद कर सके।


उनकी यह सोच समाज में बदलाव लाने वाली है। जाह्नवी की कहानी मेहनत, लगन और बड़े सपनों की मिसाल है। वह पानीपत की वंडर गर्ल के नाम से जानी जाती हैं। उनकी उपलब्धियां हरियाणा और देश के लिए गर्व का विषय हैं।