प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रो. सिंहल का निधन, शिक्षा जगत में शोक की लहर
प्रो. सिंहल का योगदान और निधन
अमृतसर/दीपक मेहरा : अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति, प्रो. सिंहल, 77 वर्ष की आयु में निधन हो गए। उनके निधन से न केवल शैक्षिक क्षेत्र में बल्कि संगठन और राष्ट्र सेवा की भावना में भी एक महत्वपूर्ण क्षति हुई है। वाणिज्य और प्रबंधन में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले प्रो. सिंहल ने शिक्षा, समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए निरंतर प्रयास किए।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा बयाना (भरतपुर, राजस्थान) में हुई थी। वे पुरा (पुरवाईखेड़ा) गाँव के निवासी थे। एम.कॉम और एम.बी.ए. की डिग्री हासिल करने के बाद, उन्होंने जयपुर के अग्रवाल कॉलेज में अध्यापन से अपने करियर की शुरुआत की, जहाँ बाद में वे प्राचार्य बने। राज्य सरकार ने उन्हें राजस्थान विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया।
डॉ. खुशविंदर, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ पंजाब के अध्यक्ष, डॉ. परगट सिंह गरचा, प्राचार्य जीएचजी खालसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन लुधियाना, और डॉ. जसपाल सिंह, उच्च शिक्षा के सचिव, ने उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।