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भारत में हाई-टेक बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट की शुरुआत

भारत ने बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट की नई सुविधा शुरू की है, जो नागरिकों की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस पासपोर्ट में एक माइक्रोचिप होती है, जिसमें महत्वपूर्ण जानकारी डिजिटल रूप में संग्रहीत होती है। जानें इस नई सुविधा के बारे में, आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में अधिक जानकारी।
 

भारत का डिजिटल कदम

भारत ने डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब नागरिकों को पारंपरिक पासपोर्ट के स्थान पर अत्याधुनिक बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट प्रदान किए जा रहे हैं। इस पासपोर्ट में एक माइक्रोचिप शामिल है, जो न केवल आपकी पहचान को सुरक्षित रखती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को भी सुदृढ़ करती है।


बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट क्या है? यह एक इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट है, जिसमें एक छोटी चिप होती है। इस चिप में आपकी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, फोटो, फिंगरप्रिंट और फेस स्कैन डिजिटल रूप में संग्रहीत होती है। इससे फर्जी पासपोर्ट बनाना लगभग असंभव हो जाता है, और सुरक्षा फीचर्स इतने मजबूत हैं कि किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ तुरंत पकड़ी जा सकती है।


यह सुविधा कहाँ से शुरू हुई? विदेश मंत्रालय ने अप्रैल 2024 में कुछ चुनिंदा शहरों में ई-पासपोर्ट सेवा का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था, जिसमें शामिल थे: चेन्नई, हैदराबाद, भुवनेश्वर, सूरत, जयपुर और दिल्ली। अब जून 2025 से इसे पूरे देश में लागू किया गया है, हालांकि सभी पासपोर्ट सेवा केंद्रों पर यह सुविधा एक साथ उपलब्ध नहीं होगी।


कौन आवेदन कर सकता है? कोई भी भारतीय नागरिक, जो सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकता है, वह ई-पासपोर्ट के लिए भी आवेदन कर सकता है। आवश्यक दस्तावेजों में पहचान पत्र, पता प्रमाण, और जन्म प्रमाण पत्र शामिल हैं।


आवेदन कैसे करें? पासपोर्ट सेवा पोर्टल पर जाएं, नया रजिस्ट्रेशन करें या लॉगिन करें, आवेदन फॉर्म भरें, नजदीकी सेवा केंद्र चुनें, फीस भरें और अपॉइंटमेंट बुक करें। तय दिन पर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के लिए जाएं और कुछ दिनों में आपका ई-पासपोर्ट प्राप्त करें।