×

KBC में 5वीं कक्षा के छात्र की बदतमीजी पर दर्शकों की तीखी प्रतिक्रिया

कौन बनेगा करोड़पति के 17वें सीजन में 5वीं कक्षा के छात्र इशित भट्ट के व्यवहार ने दर्शकों को नाराज कर दिया है। शो में उनके ओवर कॉन्फिडेंस और बदतमीजी पर तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। दर्शकों ने न केवल बच्चे के व्यवहार की आलोचना की, बल्कि उसके माता-पिता की परवरिश पर भी सवाल उठाए। अमिताभ बच्चन की सहनशीलता की प्रशंसा की जा रही है। जानें इस विवाद के बारे में और क्या कहा गया।
 

KBC के 17वें सीजन में विवादित एपिसोड

मुंबई: 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) का 17वां सीजन ज्ञान और मनोरंजन का प्रतीक माना जाता है, लेकिन हाल ही में एक एपिसोड ने सोशल मीडिया पर बहस का नया विषय प्रस्तुत किया है। इस एपिसोड में 5वीं कक्षा के छात्र इशित भट्ट ने अपने ज्ञान से ज्यादा अपने व्यवहार के कारण चर्चा का केंद्र बन गए हैं, जिसे दर्शकों ने 'ओवर कॉन्फिडेंस और बदतमीजी' करार दिया है।


यह विवाद तब शुरू हुआ जब इशित भट्ट हॉट सीट पर आए। शो के दौरान, उनका अमिताभ बच्चन के साथ बातचीत करने का तरीका दर्शकों को पसंद नहीं आया। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि इशित बार-बार अमिताभ बच्चन को बीच में टोकते रहे, कई बार तो उन्होंने विकल्प सुने बिना ही उत्तर दे दिया। कुछ मौकों पर, उन्होंने होस्ट को सीधे अगले सवाल पर जाने की सलाह भी दी।


जैसे ही यह एपिसोड प्रसारित हुआ, इसकी क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। लोगों ने न केवल बच्चे के व्यवहार पर सवाल उठाए, बल्कि उसके माता-पिता की परवरिश पर भी गंभीर टिप्पणियाँ कीं। शो में अपने बेटे के इस व्यवहार को देखकर गर्व से मुस्कुराते माता-पिता भी आलोचना के शिकार हो गए। दूसरी ओर, अमिताभ बच्चन की सहनशीलता की प्रशंसा की जा रही है।


इस घटना पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा, 'उसके माता-पिता इस बर्ताव को गर्व से देख रहे हैं... ऐसे माता-पिता को शर्म आनी चाहिए।'


विक्कू वोरा नाम के एक यूजर ने गुस्से में लिखा, 'मैं समझ सकता हूं कि श्री अमिताभ बच्चन जी ने खुद को कैसे रोका होगा, मैं होता तो सीधा जूता उतार के मारता, बदतमीज बच्चा, क्या संस्कार दे रहे हैं आज कल के मां-बाप।'


एक अन्य यूजर ने कहा, 'बच्चा चाहे कितना भी ओवर कॉन्फिडेंस में हो, कम से कम बड़े लोगों से बात करने की तमीज होनी चाहिए।'


एक यूजर ने इस घटना को समाज का प्रतिबिंब बताते हुए लिखा, 'हमारे समाज और माता-पिता के साथ यही दिक्कत है। उन्हें लगता है कि किताबी ज्ञान ही सब कुछ है, लेकिन वे कभी नहीं बताते कि एक अच्छा इंसान कैसे बनना है।'