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अंकिता कुमार का जादुई पियानो कॉन्सर्ट: संगीत ने छेड़ा जादू

दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित अंकिता कुमार के पियानो कॉन्सर्ट ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस संध्या में, उन्होंने हिंदी फिल्मी गीतों और क्लासिकल संगीत का अद्भुत मिश्रण पेश किया। शत्रुघ्न सिन्हा ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की, जिसमें संगीत के प्रभाव और मानसिक स्वास्थ्य पर इसके सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की गई। जानें अंकिता की यात्रा और उनके संगीत के जादू के बारे में।
 

दिल्ली में संगीत संध्या का आयोजन

गुरुवार की शाम, दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर के स्टीन ऑडिटोरियम में एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा प्राप्त पियानो वादक अंकिता कुमार ने अपनी प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कॉन्सर्ट में हिंदी फिल्मी गीतों और क्लासिकल संगीत का अद्भुत मिश्रण पेश किया गया।


संगीत का प्रभाव और प्रस्तुति

अंकिता कुमार ने संगीत के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए बताया कि यह हमारे मन और शरीर पर किस प्रकार का प्रभाव डालता है। उन्होंने श्रोताओं को यह समझाने का प्रयास किया कि कैसे संगीत हमारी मानसिक स्थिति को बदल सकता है और सकारात्मकता को बढ़ावा दे सकता है। उन्होंने शास्त्रीय रागों पर आधारित हिंदी फिल्मी गीत जैसे 'जागो मोहन प्यारे' और 'रिमझिम गिरे सावन' प्रस्तुत किए।


पुरानी यादों को ताजा करने वाला संगीत

अंकिता ने 'एक लड़की भीगी भागी सी' और 'नखरेवाली' जैसे लोकप्रिय गीतों का प्रदर्शन किया, जो श्रोताओं में पुरानी यादों को ताजा करने का काम करते हैं। इस दौरान, गिटार पर जयदीप लखटकिया और पर्क्यूशन पर तुलसी माधव ने उनका साथ दिया, जिससे संगीत समारोह में जुगलबंदी का अद्भुत अनुभव बना।


शत्रुघ्न सिन्हा का अनुभव

इस संध्या की अध्यक्षता सांसद और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने की। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने पियानो को एक नए दृष्टिकोण से सुना, जो संगीत के माध्यम से आत्मा की गहराइयों में झांकने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने अंकिता के प्रदर्शन की सराहना की और इसे मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक प्रभावी उपकरण बताया।


अंकिता कुमार: एक प्रतिभाशाली पियानोवादक

अंकिता कुमार, जो नई दिल्ली की निवासी हैं, ने 2011 में अपने पहले संगीत कार्यक्रम 'समर सोनाटा' के साथ मंच पर कदम रखा था। तब से, उन्होंने भारत और विदेशों में 100 से अधिक प्रस्तुतियां दी हैं।


लंदन में भी किया प्रदर्शन

अंकिता ने तिहाड़ जेल के कैदियों के लिए संगीत के माध्यम से उपचार प्रदान किया है और हाल ही में लंदन के नेहरू सेंटर में भी प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में उन्होंने हिंदी फिल्मी गाने और पश्चिमी क्लासिक्स का प्रदर्शन किया।


संगीत में पुरस्कार विजेता

अंकिता ने कई पुरस्कार जीते हैं और उन्होंने टी सीरीज द्वारा निर्मित दो एकल एल्बम भी जारी किए हैं। उन्हें संगीत में उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है और उन्होंने युवा पियानोवादकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक अकादमी खोली है।