अभिनेता जितिन गुलाटी की नई फिल्म 'माँ' में लोककथाओं का आधुनिक रूप
फिल्म 'माँ' का अनूठा अनुभव
जितिन गुलाटी, जो अपनी आगामी फिल्म 'माँ' को लेकर बेहद उत्साहित हैं, ने इस फिल्म की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह फिल्म पारंपरिक लोककथाओं को अत्याधुनिक विजुअल इफेक्ट्स (VFX) के साथ मिलाकर एक अनोखा सिनेमाई अनुभव प्रस्तुत करती है।गुलाटी ने कहा, "'माँ' सिर्फ एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक और तकनीकी नवाचार का संगम है। इसकी कहानी हमारे देश की समृद्ध लोककथाओं और पौराणिक कथाओं से प्रेरित है। हम इन कहानियों को आधुनिक VFX तकनीकों के माध्यम से दर्शकों के सामने पेश कर रहे हैं, जिससे उन्हें एक नया और रोमांचक अनुभव मिलेगा।"
अभिनेता ने यह भी बताया कि फिल्म का उद्देश्य दर्शकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाना है जहाँ परंपरा और प्रौद्योगिकी का अद्भुत मेल देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि VFX केवल दिखावे के लिए न हों, बल्कि वे कहानी कहने में सहायक हों और लोककथाओं के सार को बढ़ाएं।
जितिन गुलाटी ने यह भी कहा कि 'माँ' जैसी फिल्मों का महत्व इसलिए बढ़ता है क्योंकि ये हमारी जड़ों से जुड़ी कहानियों को बड़े पर्दे पर लाती हैं और उन्हें युवा पीढ़ी के लिए आकर्षक बनाती हैं। VFX का उपयोग इन कहानियों को और अधिक प्रभावशाली और विश्वसनीय बनाने में मदद करता है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि 'माँ' दर्शकों को न केवल मनोरंजन प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व करने का भी अवसर देगी। यह फिल्म भारतीय सिनेमा में एक नए अध्याय की शुरुआत कर सकती है, जहाँ कहानियों को कहने के लिए कला और प्रौद्योगिकी का बेहतरीन मेल किया जाएगा।