×

आरसीबी की ट्रॉफी जीत के बाद भगदड़ में 11 की मौत, उपमुख्यमंत्री ने अफवाहों का किया खंडन

आरसीबी ने आईपीएल में ट्रॉफी जीतने के बाद जश्न मनाया, लेकिन चिन्नास्वामी में भगदड़ के कारण यह जश्न मातम में बदल गया। इस घटना में 11 लोगों की जान गई और 33 से अधिक घायल हुए। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने टीम खरीदने की अफवाहों का खंडन किया, यह कहते हुए कि उन्हें आरसीबी की कोई आवश्यकता नहीं है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जांच कर रही है और उच्च न्यायालय ने भी सख्त रुख अपनाया है।
 

आरसीबी का जश्न मातम में बदला

आरसीबी DK शिवकुमार: आईपीएल में 17 वर्षों का इंतजार समाप्त करते हुए आरसीबी ने ट्रॉफी पर कब्जा किया। लेकिन, चैंपियन बनने के अगले दिन टीम का जश्न एक दुखद घटना में बदल गया। चिन्नास्वामी स्टेडियम में सेलिब्रेशन के दौरान फैन्स के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई और 33 से अधिक लोग घायल हुए। इस घटना ने आरसीबी टीम और कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन को विवाद में डाल दिया। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें आरसीबी के मार्केटिंग प्रमुख भी शामिल हैं।


आरसीबी की ब्रैंड वैल्यू पर असर

इस विवाद के चलते आरसीबी की ब्रैंड वैल्यू पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। कुछ अफवाहें यह भी हैं कि आरसीबी को बेचने पर विचार किया जा रहा है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के इस टीम को खरीदने में रुचि रखने की खबरें भी आईं, लेकिन उन्होंने इन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है।


उपमुख्यमंत्री का बयान

कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में आरसीबी को खरीदने की खबरों का खंडन किया। उन्होंने कहा, "मैं कोई पागल नहीं हूं। मैं पहले से ही कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ा हुआ हूं। मेरे पास समय नहीं है। मुझे आरसीबी की क्या आवश्यकता है? मैं तो रॉयल चैलेंज भी नहीं पीता।"



घटना की गंभीरता

चिन्नास्वामी में हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान गई और 33 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उच्च न्यायालय ने भी इस मामले में सख्त रुख अपनाया है और आरसीबी के मार्केटिंग प्रमुख निखिल सोसले की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। इस मामले की अगली सुनवाई 12 जून को होगी।