ईरान पर इजरायल के हमले: सैन्य कमांडरों की हत्या और परमाणु खतरे का विश्लेषण
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था ने ईरान के परमाणु समझौते के उल्लंघन की पुष्टि की, जिसके बाद इजरायल ने ईरान पर हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडरों को निशाना बनाना था, ताकि उसकी कमान प्रणाली को कमजोर किया जा सके। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे ये हमले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को प्रभावित कर सकते हैं और इसके पीछे की रणनीति क्या है।
Jun 14, 2025, 19:53 IST
ईरान के परमाणु समझौते का उल्लंघन
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था (IAEA) ने हाल ही में यह जानकारी दी कि ईरान अपने परमाणु समझौते के तहत निर्धारित दायित्वों का पालन नहीं कर रहा है। इस स्थिति ने अमेरिका और इजरायल को चिंतित कर दिया है, क्योंकि यदि ईरान को परमाणु हथियार मिल जाते हैं, तो वह क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण शक्ति बन सकता है। इजरायल ने 13 जून को ईरान पर किए गए हमलों को अपने अस्तित्व के लिए बढ़ते परमाणु खतरे का सामना करने की कार्रवाई बताया।
हमलों के पीछे की रणनीति
मिलिट्री कमांडरों पर अटैक क्यों किया ?
विशेषज्ञों का मानना है कि इन हमलों का उद्देश्य डिकैपिटेशन स्ट्राइक की रणनीति के तहत ईरान के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाना था, ताकि उसकी कमान प्रणाली को कमजोर किया जा सके। विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल का यह हमला केवल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को समाप्त करने के लिए नहीं था, बल्कि ईरान को कड़ा जवाब देने की उसकी क्षमता को भी सीमित करने का प्रयास था।
जनरल सुलेमानी की मौत का प्रभाव
जनरल सुलेमानी की मौत से नहीं उबर पाया
2020 में ईरान के प्रमुख सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद से ईरानी सेना और उसके परमाणु कार्यक्रम में स्थिरता नहीं आ पाई है। पिछले पांच वर्षों में 9 सैन्य कमांडर और 7 परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की जा चुकी है। हाल ही में शुक्रवार को 6 कमांडर मारे गए।
मारे गए कमांडरों की सूची
1. मेजर जनरल मोहम्मद वामेरी, सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ और सैन्य रणनीतिकार।
2. जनरल हुसैन सलामी, रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर-इन-चीफ।
3. जनरल खोलामाली लीदः सेनाओं के उप कमांडर-इन-चीफ और ईरान की ड्रोन क्षमताओं के विशेषज्ञ।
4. अली सामाधानी, सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के पूर्व सचिव, गंभीर रूप से घायल हुए और इलाज के दौरान मारे गए।
5. फेरेदून अब्बासी-दावानी, वैज्ञानिक और परमाणु हथियार अनुसंधान में प्रमुख, कार हमले में मारे गए।
6. मोहम्मद मेहदी तेहरांगी, भौतिक विज्ञानी और यूरेनियम संवर्धन सलाहकार, तेहरान में फ्लैट पर हमले में मारे गए।