एक्मे ग्रुप ने नवीकरणीय ऊर्जा में मैनुफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए उठाए कदम
एक्मे ग्रुप की नई पहल
चंडीगढ़ समाचार: एक्मे ग्रुप ने अपने मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र को मजबूत करने और नवीकरणीय ऊर्जा में विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2025 की शुरुआत में, भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने एक्मे को एएलएमएम सूची में शामिल किया, जिससे इसकी सौर मॉड्यूल निर्माण में विश्वसनीयता बढ़ी है।
एक्मे ग्रुप ने अपने विकास योजनाओं के तहत श्री जीतेन्द्र अग्रवाल को मैनुफैक्चरिंग बिजनेस का मुख्य संचालन अधिकारी नियुक्त किया है। उनका लक्ष्य एक्मे के नवीकरणीय उपकरण निर्माण को भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तारित करना है। श्री अग्रवाल ने कहा, “हमारा नवीकरणीय उपकरण निर्माण में प्रवेश भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान देगा। हम इस व्यवसाय का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एक्मे ने जयपुर में 1.2 गीगावॉट वार्षिक क्षमता वाली सौर मॉड्यूल निर्माण इकाई स्थापित की है, जिसमें 230 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। यह इकाई उच्च दक्षता वाले सौर मॉड्यूल का निर्माण करती है, जो युटिलिटी-स्केल पावर प्लांट, कुसुम परियोजनाओं, निर्यात और रूफटॉप इंस्टॉलेशन के लिए उपयोगी हैं। एएलएमएम पहल भारत के 'मेक-इन-इंडिया' अभियान का समर्थन करती है, जिससे स्थानीय निर्माण को बढ़ावा मिलता है और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होते हैं।
कंपनी ने हाल ही में एसीएम-एचडी144एन एन-टाइप टनल ऑक्साइड पैसिवेटेड कॉन्टैक्ट मॉड्यूल लॉन्च किया है, जिसमें 600 वॉट की पीक पावर रेटिंग और 30 साल की परफॉर्मेंस वारंटी है। हाल की जीएसटी कटौती के चलते, सौर ऊर्जा में निवेश करना और भी आकर्षक हो गया है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी हो सकता है। एक्मे के सौर मॉड्यूल कठोर स्थितियों का सामना करने में सक्षम हैं और यह आईईसी, यूएल, आईएसओ जैसे मानकों पर प्रमाणित हैं, जो कंपनी की गुणवत्ता पर ध्यान देने को दर्शाता है। वर्तमान में, एक्मे अपनी मैनुफैक्चरिंग क्षमता का विस्तार करने के लिए काम कर रही है।