ओडिया गायक हुमेन सागर का निधन: संगीत जगत में शोक की लहर
हुमेन सागर का निधन
प्रसिद्ध ओडिया गायक हुमेन सागर का सोमवार शाम को एम्स भुवनेश्वर में निधन हो गया। उनकी उम्र केवल 34 वर्ष थी। वह पिछले 72 घंटों से अस्पताल में उपचाराधीन थे। रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें तीन दिन पहले आपातकालीन स्थिति में भर्ती किया गया था, और विशेषज्ञ उनकी देखरेख कर रहे थे। डॉक्टर उनकी स्थिति को स्थिर रखने के लिए उन्नत जीवन रक्षक प्रणाली का उपयोग कर रहे थे। उनकी पत्नी ने पहले दिन में बताया था कि पिछले 24 घंटों में उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।
अंतिम विदाई का संदेश
हुमेन सागर ने अपने अंतिम इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो साझा किया, जो अब उनके प्रशंसकों के लिए एक विदाई संदेश बन गया है। इस वीडियो में वह रेडियो स्टूडियो में गाते हुए नजर आ रहे हैं। यह क्लिप वायरल हो गई है और प्रशंसकों के लिए उनके अचानक निधन से उबरने का एक व्यक्तिगत संदेश बन गई है। इस वीडियो में कोई बड़ा संदेश नहीं है, बस वह अपने पसंदीदा काम में पूरी तरह से डूबे हुए हैं।
संगीत जगत में शोक
पोस्ट के कमेंट सेक्शन में प्रशंसकों ने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। एक यूजर ने लिखा, 'आपकी विरासत अमर है, लीजेंड।' कई लोगों ने साझा किया कि कैसे उनकी आवाज ने उनके जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को आकार दिया। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सहित कई प्रमुख हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है, और उनके निधन को राज्य के सांस्कृतिक परिदृश्य के लिए एक 'अपूरणीय क्षति' बताया है।
हुमेन सागर के प्रसिद्ध गाने
हुमेन सागर ने पिछले दशक में कई हिट गाने दिए हैं, जिनमें 'तू मोरी पैन', 'मोरा दिल मोरा धड़कन', 'जेते देले धरा', 'निस्वसा', 'तो अखी मो आइना' और 'जान्हा रे' शामिल हैं। उनकी आवाज ने उन्हें अपार लोकप्रियता दिलाई और उन्होंने कई पुरस्कार भी जीते, जिनमें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक के लिए तरंग सिने पुरस्कार शामिल है।