कंगना रनौत ने वाराणसी में कूड़ा फेंकने के आरोपों का किया खंडन
कंगना रनौत और विवादों का पुराना रिश्ता
नई दिल्ली: कंगना रनौत का विवादों से गहरा नाता रहा है। हाल ही में, अभिनेत्री और राजनेता वाराणसी गईं, जहां उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। इस वीडियो में यह दावा किया गया कि कंगना ने शहर की सड़कों पर कूड़ा फेंका। इस आरोप पर काफी चर्चा हुई, लेकिन कंगना ने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया।
कंगना ने आरोपों का किया खंडन
कंगना ने वाराणसी में प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड टिकिया छोले का आनंद लिया था। वायरल वीडियो में यह कहा गया कि उन्होंने प्लेट सड़क पर फेंक दी, लेकिन कंगना ने इस दावे को गलत बताया।
इंस्टाग्राम पर साझा की अपनी बात
उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि उन्होंने प्लेट कूड़ेदान में डाली थी, न कि सड़क पर। तस्वीर में उन्होंने तीर का निशान बनाकर दिखाया कि स्टॉल के पास ही कूड़ेदान रखा हुआ था। कंगना ने लिखा, "झूठ फैलाने से पहले तथ्यों की पुष्टि कर लें।"
2024 में राजनीति में कदम रखा
कंगना ने 2024 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने भाजपा के टिकट पर मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को 74,755 मतों के अंतर से हराया।
फिल्मी करियर की शुरुआत
कंगना का फिल्मी सफर भी दिलचस्प है। 19 साल की उम्र में उन्हें फिल्म 'गैंगस्टर' से पहला बड़ा मौका मिला। इसके बाद उन्होंने 'राज 2' और 'फैशन' जैसी सफल फिल्मों में काम किया। 2010 के दशक में कंगना ने लगातार तीन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली महिला प्रधान फिल्में दीं। इस दौरान उन्होंने अपने अभिनय और मेहनत से अपनी पीढ़ी की बेहतरीन अभिनेत्रियों में अपनी पहचान बनाई। कंगना ने चार राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते हैं।
राजनीति में अपनी पहचान बनाई
कंगना रनौत का जन्म 23 मार्च 1987 को उद्योगपति अमरदीप रनौत और शिक्षिका आशा रनौत के घर हुआ था। उन्होंने अपनी बड़ी बहन रंगोली रनौत और भाई अक्षत रनौत के साथ चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल में पढ़ाई की। रिपोर्टों के अनुसार, कंगना के परिवार ने चाहा कि वह डॉक्टर बने, लेकिन कंगना ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट में सफल नहीं हो पाईं। इसके बाद उनके जीवन में एक नया मोड़ आया, जिससे वह फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ राजनीति में भी एक अलग पहचान बना सकीं।