कांग्रेस का जन्मदिन समारोह: संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का मौका चूका
संसद का मानसून सत्र
संसद का मानसून सत्र: विपक्ष लंबे समय से सरकार पर दबाव बना रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष सत्र बुलाया जाए। जब मानसून सत्र की शुरुआत हुई, तो यह एक अच्छा अवसर था, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने इस मौके को गंवा दिया। इस बीच, यह खबर आई कि कांग्रेस के पास ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करने का समय नहीं था, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे के जन्मदिन का केक काटने का समय जरूर था।
सोशल मीडिया पर कांग्रेस पर आरोप लगाया जा रहा है कि संसद में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय, नेता विपक्ष राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने खड़गे का जन्मदिन मनाना जरूरी समझा। एक पोस्ट में लिखा गया-
“संसद स्थगित।
सरकार की तैयारी के बावजूद ऑपरेशन सिंदूर पर कोई बहस नहीं हुई।
लेकिन अंदाज़ा लगाइए - कांग्रेस के पास सदन में केक काटने का जश्न मनाने का समय था!
करदाताओं के ₹2.5 लाख/मिनट - बर्बाद।
जवाबदेही तो इंतज़ार कर सकती है, केक नहीं?”
क्यों नहीं हुई चर्चा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा कराने की मांग की है। विपक्ष चाहता है कि चर्चा के बाद प्रधानमंत्री जवाब दें। हालांकि, सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री इस हफ्ते विदेश यात्रा पर जा रहे हैं, इसलिए चर्चा का जवाब कैसे देंगे।
विपक्ष ने सरकार से मांगा यह आश्वासन
विपक्षी दलों ने कहा कि यदि अगले हफ्ते चर्चा होती है, तो सरकार को यह आश्वासन देना चाहिए कि प्रधानमंत्री इस पर जवाब देंगे। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा कब होगी, इस पर सरकार और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन पाई है। आज एक बार फिर राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक होगी, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ।