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कांवड़ यात्रा 2025: नमो भारत ट्रेन से यात्रियों की संख्या में हुई वृद्धि

कांवड़ यात्रा 2025 के दौरान दिल्ली-मोदीनगर-मेरठ मार्ग पर परिवहन व्यवस्था में बदलाव किया गया है, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, नमो भारत ट्रेन ने स्थानीय निवासियों के लिए राहत का साधन बनकर 40% से अधिक यात्रियों की वृद्धि दर्ज की है। जानें इस ट्रेन की फ्रीक्वेंसी में बदलाव और गेट बंद होने के कारणों के बारे में।
 

कांवड़ यात्रा के दौरान परिवहन व्यवस्था

कांवड़ यात्रा 2025: हाल के दिनों में कांवड़ यात्रा के चलते दिल्ली-मोदीनगर-मेरठ मार्ग को एकतरफा कर दिया गया है। इस व्यवस्था के कारण हाईवे की एक दिशा में वाहनों का आवागमन हो रहा है, जबकि दूसरी दिशा में कांवड़िए चल रहे हैं। इससे मोदीनगर और मुरादनगर जैसे स्थानों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, मेरठ साउथ स्टेशन से न्यू अशोक नगर तक चलने वाली नमो भारत ट्रेन स्थानीय निवासियों के लिए एक राहत का साधन बन गई है। हाल के दिनों में इस ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई है।


यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि

दिल्ली से मेरठ तक नमो भारत कॉरिडोर का निर्माण कर रही NCRTC के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए ट्रेन की फ्रीक्वेंसी को पहले से बढ़ा दिया गया था। पहले नमो भारत ट्रेन की फ्रीक्वेंसी 15 मिनट थी, जिसे अब घटाकर 10 मिनट कर दिया गया है। मोदीनगर, मुरादनगर और मेरठ के आसपास रहने वाले लोग, जो रोजाना गाजियाबाद, नोएडा या दिल्ली में काम करने आते हैं, अब कांवड़ यात्रा के दौरान नमो भारत ट्रेन का उपयोग कर रहे हैं। इससे उनकी यात्रा में काफी सुविधा हुई है। पिछले एक सप्ताह में इस ट्रेन में यात्रा करने वालों की संख्या में 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।


नमो भारत ट्रेन के गेट बंद

NCRTC के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने बताया कि दिल्ली मेरठ नमो भारत ट्रेन के कॉरिडोर पर मेरठ साउथ स्टेशन से गाजियाबाद स्टेशन तक आने वाली सड़क पर एग्जिट और एंट्री गेट 16 जुलाई से अगले आदेश तक बंद रहेंगे। वहीं, दिल्ली से मेरठ जाने वाली सड़क पर कॉरिडोर के एग्जिट और एंट्री गेट पहले की तरह खुले रहेंगे। यह निर्णय प्रशासनिक कारणों से लिया गया है और अगले आदेश के बाद गेटों को फिर से खोला जाएगा।